Petrol Diesel Price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें लगातार 65 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बनी हुई हैं, इसके बावजूद भारत में पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में आज फिर इजाफा देखने को मिला है। बुधवार सुबह 6 बजे से लागू हुए नए रेट्स के अनुसार उत्तर प्रदेश और बिहार के कई शहरों में ईंधन के दामों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालांकि, दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जिससे इन शहरों के उपभोक्ताओं को फिलहाल राहत मिली है।
गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) में पेट्रोल की कीमत 6 पैसे बढ़कर ₹94.77 प्रति लीटर और डीजल की कीमत 8 पैसे बढ़कर ₹87.89 प्रति लीटर हो गई है। वहीं, गाजियाबाद में पेट्रोल 12 पैसे चढ़कर ₹94.70 और डीजल 14 पैसे बढ़कर ₹87.81 प्रति लीटर पर पहुंच गया है। पटना में पेट्रोल की कीमत में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जहां यह 64 पैसे बढ़कर ₹106.11 और डीजल 60 पैसे बढ़कर ₹92.92 प्रति लीटर हो गया है। गौर करने वाली बात यह है कि कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में फिलहाल कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया है। ब्रेंट क्रूड गिरकर $64.75 प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई क्रूड भी हल्की गिरावट के साथ $61.41 प्रति बैरल पर पहुंच गया है, इसके बावजूद घरेलू स्तर पर ईंधन के दामों में वृद्धि जारी है।
चारों महानगरों में पेट्रोल और डीजल के दाम इस प्रकार हैं: दिल्ली में पेट्रोल ₹94.72 और डीजल ₹87.62 प्रति लीटर पर उपलब्ध है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत ₹103.44 और डीजल की ₹89.97 प्रति लीटर है। चेन्नई में पेट्रोल ₹100.76 और डीजल ₹92.35 प्रति लीटर में बिक रहा है, जबकि कोलकाता में पेट्रोल की कीमत ₹104.95 और डीजल की ₹91.76 प्रति लीटर है। इन दरों से साफ है कि चारों महानगरों में ईंधन की कीमतों में मामूली अंतर बना हुआ है, हालांकि मुंबई और कोलकाता में दाम सबसे ज्यादा हैं।
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर रोज़ सुबह 6 बजे अपडेट होती हैं। इनकी दरें केवल कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर ही निर्भर नहीं करतीं, बल्कि इसमें केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी, राज्य सरकारों द्वारा वसूला जाने वाला वैट, डीलर का कमीशन और अन्य टैक्स भी शामिल होते हैं। इन सभी शुल्कों और खर्चों को जोड़ने के बाद जब पेट्रोल-डीजल ग्राहकों तक पहुंचता है, तो इसकी कीमत मूल दर की तुलना में लगभग दोगुनी हो जाती है। यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरावट के बावजूद देश में ईंधन की कीमतों में कमी देखने को नहीं मिलती।