petrol का बेस प्राइस भाड़ा सहित 55.66 लीटर, 35 रुपए कमा रही सरकार

स्वतंत्र समय, नई दिल्ली

आने वाले दिनों में पेट्रोल ( petrol )-डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है। सरकार पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने पर विचार कर रही है। अगर ऐसा होता है तो पेट्रोल और डीजल की कीमत में 20 से 25 रुपए लीटर तक की कमी देखने को मिल सकती है। यानी दिल्ली के हिसाब से इनकी कीमत 75 रुपए लीटर पर आ जाएगी।

केंद्र सरकार petrol डीजल को जीएसटी में लाने के लिए तैयार

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में इसके संकेत दिए है। इसमें वित्त मंत्री ने कहा था कि केंद्र सरकार पेट्रोल ( petrol ) और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए तैयार है। अब राज्यों को इस बारे में फैसला लेना है। राज्यों को साथ इसकी दरें तय करनी हैं। अभी जब आप दिल्ली में 94.72 रुपए का एक लीटर पेट्रोल डलवाते हैं तो इसमें से 35.29 रुपए टैक्स के रूप में केंद्र और राज्य सरकार की जेब में जाता है। यानी आपको 59.43 रुपए का ही पेट्रोल मिला। इससे आम लोगों की जेब खाली होती है, वहीं, सरकार का खजाना तेजी से भरता है।

75 रुपए लीटर मिलेगा पेट्रोल

अगर सरकार पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में लाती है, तो इनकी कीमतों में 20 से 25 रुपए लीटर तक की कमी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा पूरे देश में पेट्रोल-डीजल के दाम लगभग एक जैसे हो जाएंगे। जैसे भी दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपए लीटर और डीजल 87.62 रुपए लीटर है। वहीं भोपाल में पेट्रोल 106.47 रुपए लीटर और डीजल 91.84 रुपए लीटर है। पेट्रोल-डीजल जीएसटी के दायरे में आने के बाद ऐसा नहीं रहेगा। सभी जगह लगभग एक जैसे दाम रहेंगे। हालांकि इससे सरकार की टैक्स से होने वाली कमाई घट सकती है। अभी जीएसटी में टैक्स की सबसे ऊंची दर 28 प्रतिशत की है। अगर सरकार पेट्रोल-डीजल पर 28 प्रतिशत जीएसटी भी लगाते हैं तो भी इससे आम लोगों को बहुत राहत मिलेगी।

अभी कैसे तय हो रही हैं पेट्रोल-डीजल की कीमतें

अभी हर राज्य अपने हिसाब से पेट्रोल और डीजल पर टैक्स लगाता है। केंद्र भी अपनी ड्यूटी और सेस अलग से वसूल करता है। पेट्रोल-डीजल का बेस प्राइस अभी 55.46 रुपए है। इस पर केंद्र सरकार 19.90 रुपए एक्साइज ड्यूटी ले रही है। इसके बाद राज्य सरकारें अपने हिसाब से वैट और सेस वसूलती हैं। इससे इनकी कीमत बेस प्राइस से करीब 2 गुना तक बढ़ जाती हैं।