भारतीय संस्कृति में कई पौधों को देवी-देवताओं का स्वरूप माना गया है। जैसे तुलसी को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है और करसुला को माता लक्ष्मी का स्वरूप कहा गया है, वैसे ही एक और पौधा है जो बेहद खास है, गुलाब।
वास्तु और ज्योतिष दोनों ही गुलाब के फूल को सौंदर्य, प्रेम, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा से जोड़ते हैं। इसे शुक्र ग्रह से सीधा संबंध बताया गया है, जो प्रेम और ऐश्वर्य का प्रतिनिधित्व करता है।
गुलाब: देवी लक्ष्मी को प्रिय और शुभ ग्रहों से जुड़ा पौधा
गुलाब का फूल न केवल अपनी सुगंध और सुंदरता से मन को मोह लेता है, बल्कि इसे देवी लक्ष्मी की प्रिय वस्तु भी माना जाता है। गुलाब की कोमल पंखुड़ियां, गुलाब जल और गुलाब के इत्र को वास्तुशास्त्र में शुभता का प्रतीक बताया गया है। ऐसा माना जाता है कि घर में गुलाब का पौधा लगाने से वहां सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और धन की देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
प्रेम संबंधों को मजबूत करता है गुलाब
वास्तु विशेषज्ञ गुलाब को प्रेम का प्रतीक मानते हैं। खासतौर पर दांपत्य जीवन में इसकी भूमिका अहम मानी गई है। यदि बेडरूम में गुलाब की पंखुड़ियों से संबंधित कुछ विशेष उपाय किए जाएं, तो पति-पत्नी के संबंधों में मधुरता आती है। यह आपसी समझ, प्रेम और आकर्षण को बढ़ाता है।
दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाएं गुलाब का पौधा
अगर आप देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में लाल गुलाब का पौधा लगाना शुभ होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, यह दिशा प्रेम और संबंधों की ऊर्जा को नियंत्रित करती है। जब इस दिशा में गुलाब लगाया जाता है, तो यह देवी लक्ष्मी को आकर्षित करता है और घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
शुक्रवार को करें गुलाब से विशेष उपाय
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह दोनों से जुड़ा होता है। इस दिन गुलाब का पुष्प देवी लक्ष्मी को अर्पित करने से आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और घर में स्थायी धन का आगमन होता है। इसके अलावा, गुलाब की पंखुड़ियों को कपूर के साथ जलाने से वातावरण शुद्ध होता है और मानसिक शांति मिलती है।
गुलाब से जुड़ी मान्यता: यश, सम्मान और समृद्धि का प्रतीक
गुलाब का पौधा केवल धन और प्रेम ही नहीं, बल्कि प्रतिष्ठा का भी प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि जिस घर में यह पौधा लगाया जाता है, वहां रहने वाले व्यक्ति गृह स्वामी और गृह स्वामिनी के मान-सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है। यह पौधा नकारात्मक ऊर्जा को दूर करके घर में सुख और संतुलन बनाए रखता है।