प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वर्चुअल माध्यम से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शुभारंभ किया और आधारशिला रखी। इनमें रेलवे जोन, एनटीपीसी का एकीकृत हरित हाइड्रोजन हब और सड़क व रेल क्षेत्र की अन्य प्रमुख परियोजनाएं शामिल हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी उपस्थित रहे।
तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पहला आंध्र दौरा
2024 में लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद पीएम मोदी का यह आंध्र प्रदेश का पहला दौरा था। राज्य में टीडीपी, बीजेपी और जनसेना के एनडीए गठबंधन ने केंद्र सरकार को मजबूती प्रदान की है।
आंध्र प्रदेश को बताया संभावनाओं का राज्य
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आंध्र प्रदेश को “संभावनाओं और अवसरों का राज्य” करार दिया। उन्होंने कहा, “जब आंध्र प्रदेश के सपने साकार होंगे, तब भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा। हमारा विजन आंध्र के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है।”
आंध्र प्रदेश बनेगा तकनीक और इनोवेशन का हब
प्रधानमंत्री ने आंध्र प्रदेश की तकनीकी क्षमताओं को सराहा और कहा कि यह राज्य IT और टेक्नोलॉजी का बड़ा केंद्र है। अब समय है कि आंध्र प्रदेश नई और फ्यूचरिस्टिक तकनीकों का हब बने।
2047 तक 2.5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था का लक्ष्य
आंध्र प्रदेश ने 2047 तक खुद को 2.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में बदलने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है। इस सपने को साकार करने के लिए राज्य सरकार ने “स्वर्ण आंध्र 2047” की पहल की है। पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार इस विजन को पूरा करने के लिए हरसंभव मदद करेगी।
ब्लू इकोनॉमी को मिलेगा बढ़ावा
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ब्लू इकोनॉमी को मिशन मोड में बढ़ावा दे रही है। उन्होंने बताया कि मछुआरों के लिए किसान क्रेडिट कार्ड जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अहम कदम उठाए जा रहे हैं।
KRIS शहर: भविष्य के शहरीकरण की मिसाल
शहरीकरण को अवसर में बदलने के अपने दृष्टिकोण के तहत, पीएम मोदी ने कृष्णापट्टनम औद्योगिक शहर (KRIS) की आधारशिला रखी। उन्होंने इसे “नए युग के शहरीकरण का उदाहरण” बनाने का वादा किया।
विशाखापत्तनम बनेगा ग्रीन हाइड्रोजन हब
नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत पीएम मोदी ने 2030 तक 5 मिलियन मीट्रिक टन ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इसके लिए प्रारंभिक चरण में दो ग्रीन हाइड्रोजन हब बनाए जाएंगे, जिनमें से एक विशाखापत्तनम में स्थापित होगा।