प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार की शाम अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी (काशी) पहुंचे। वह बिहार के भभुआ में जनसभा को संबोधित करने के बाद शाम करीब पांच बजे लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से बरेका गेस्ट हाउस की ओर रवाना हुए। पूरे रास्ते में स्थानीय लोग और भाजपा कार्यकर्ता उनके स्वागत में खड़े नजर आए।
रोड शो में दिखा जनता का जोश
प्रधानमंत्री का काफिला बाबतपुर से हरहुआ, गिलट बाजार, जेपी मेहता और फुलवरिया फ्लाईओवर होते हुए बरेका पहुंचा। रास्ते भर “मोदी-मोदी” और “हर हर महादेव” के नारों से वातावरण गूंज उठा। लोगों ने फूलों की वर्षा कर प्रधानमंत्री का स्वागत किया। शहर की सड़कों पर तिरंगे और केसरिया रोशनी की सजावट ने पूरे माहौल को उत्सव जैसा बना दिया। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, ताकि ट्रैफिक और भीड़ दोनों को सुव्यवस्थित रखा जा सके।
शनिवार को देंगे 4 वंदे भारत ट्रेनों की सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह बनारस रेलवे स्टेशन से वाराणसी-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अलावा वह वर्चुअली तीन और ट्रेनों — लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस — को भी जनता की सेवा में समर्पित करेंगे। यह कदम देश में रेल सेवाओं को और आधुनिक व सुविधाजनक बनाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
पर्यटन और कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा
वाराणसी-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस के शुरू होने से धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बड़ा लाभ मिलेगा। यह ट्रेन वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो जैसे ऐतिहासिक स्थलों को आपस में जोड़ेगी। बताया जा रहा है कि यह ट्रेन मौजूदा विशेष ट्रेनों की तुलना में करीब दो घंटे 40 मिनट का समय बचाएगी, जिससे यात्रियों को तेज, आरामदायक और आधुनिक यात्रा का अनुभव मिलेगा। साथ ही यह ट्रेन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो तक श्रद्धालुओं की पहुंच को आसान बनाएगी, जिससे क्षेत्र के पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।
प्रशासन ने की सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था
प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त रखी गई। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के नेतृत्व में सुरक्षा बलों ने रूट पर चाक-चौबंद इंतजाम किए। प्रशासनिक दल ने यह सुनिश्चित किया कि भीड़ नियंत्रण और यातायात व्यवस्था में कोई बाधा न आए। प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए शहर के कई हिस्सों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया, जिसने इस यात्रा को एक उत्सव में बदल दिया।
काशी में विकास का उत्सव
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न सिर्फ एक राजनीतिक यात्रा है, बल्कि यह वाराणसी के विकास और आधुनिक भारत के प्रतीक “वंदे भारत” ट्रेनों की नई उपलब्धि का जश्न भी है। आने वाले दिनों में यह ट्रेनों का नेटवर्क देश के सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक नक्शे को और मजबूत करेगा, वहीं काशी का यह स्वागत प्रधानमंत्री की जनप्रियता और जनता के उत्साह का प्रतीक बन गया है।