लोकसभा परिणामों के बाद पहली बार पीएम मोदी कल मंगलवार को वाराणसी गए थे। वहां उन्होंने किसानों के सम्मेलन में 50 हजार किसानों से बात की थी। साथ ही किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त में 20 हजार करोड़ रुपये जारी किए। इसके साथ ही प्रधानमंत्री कृषि सखियों के रूप में प्रशिक्षित 30,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों को प्रमाण पत्र भी दिए।
पीएम मोदी का ये काशी दौरा सिर्फ किसान सम्मेलन के लिए नहीं बल्कि लोकसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार पीएम बनने के बाद कशी आशीर्वाद लेने गए थे। पीएम मोदी वाराणसी के मतदाताओं का धन्यवाद देने पहुंचे तो वाराणसी के लोगों ने भी उनका स्वागत भी उत्साह के साथ किया। इस दौरे पर पीएम मोदी ने मां गंगा की आरती से लेकर काशी विश्वनाथ के दर्शन भी किए।
इसके बाद पीएम मोदी ने वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती की। पीएम मोदी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहे। गंगा आरती खत्म होने के बाद घाट पर मौजूद स्थानीय लोगों ने भारत माता की जय जयकारे लगाए और पीएम मोदी का अभिवादन किया। फिर पीएम मोदी यहां से काशी विश्ननाथ मंदिर पहुंचे और पूजा की।
‘3 करोड़ बहनों को लखपति बनाने का कदम उठाया’
उन्होंने कहा कि थोड़ी देर पहले ही देशभर के करोड़ों किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि के 20 हजार करोड़ रुपए डाले गए है। आज 3 करोड़ बहनों को लखपति बनाने के तरफ भी एक कदम उठाया गया है। कृषि सखी के रूप में बहनों की नई भूमिका उन्हें सम्मान और आय के नए साधन दोनों सुनिश्चित करेगी। आज 30 हजार से अधिक सहायता समूहों को कृषि सखी के रूप में प्रमाण पत्र दिए गए हैं। अभी 12 राज्यों में ये योजना शुरू हुई है। आने वाले समय में पूरे देश में हजारों समूहों को इससे जोड़ा जाएगा। पिछले 10 वर्षों में काशी के किसानों के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने पूरे समर्पण भाव से काम किया है।