प्रधानमंत्री G7 समिट में हिस्सा लेने के लिए इटली गए थे। पीएम आज वापस भारत आ गए है। इटली से आने के बाद प्रधानमंत्री ने इटली सरकार का आभार किया। इटली में जी7 देशों की बैठक हो रही है। इस बार जी7 समिट का आयोजन 13 से 15 जून तक चलेगा। इस सम्मेलन में विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली गए थे। शिखर सम्मेलन में भारत ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्यसागरीय क्षेत्र जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया।
इस सम्मेलन में यूक्रेन में चल रहे भीषण युद्ध और गाजा के संघर्ष का मुद्दा भी उठाया गया। पीएम मोदी के जी7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र में भाग लेने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, इटली के जॉर्जिया मेलोनी सहित कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें की गई। इन देशों के साथ रक्षा और व्यापार जैसे मुद्दों पर चर्चा की है। इटली से रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि आउटरीच सत्र में ग्लोबल साउथ के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी विचार किया जाएगा। भारत खुद को ग्लोबल साउथ की आवाज बनाना चाहता। है
बता दें कि, लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी की यह पहली विदेश यात्रा थी। इटली के अपुलिया क्षेत्र के बोर्गो एग्नाजिया के आलीशान रिसॉर्ट में होने वाले जी7 शिखर सम्मेलन में वैश्विक मुद्दों के साथ-साथ द्विपक्षीय मुद्दों को भी जगह दी जाएगी. जी7 में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान ने भी हिस्सा लिया है। इटली की तरफ से जी7 शिखर सम्मेलन की वर्तमान में अध्यक्षता और मेजबानी की जा रही है।