अक्टूबर में पीएम मोदी करेंगे भोपाल मेट्रो का शुभारंभ, सितंबर 2025 तक पूरे होंगे सभी स्टेशन के काम

भोपाल में लंबे समय से प्रतीक्षित मेट्रो ट्रेन सेवा का शुभारंभ अब ज्यादा दूर नहीं है। उम्मीद जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्टूबर 2025 में इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखा सकते हैं। इससे राजधानी के लोगों को पहली बार मेट्रो की सवारी करने का अवसर मिलेगा। इस समय मेट्रो कॉरपोरेशन का मुख्य जोर एम्स से लेकर डीआरएम तक बनने वाले स्टेशनों को तय समय सीमा में पूरा करने पर है। बचा हुआ काम सितंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

अधूरे कामों पर तेजी से ध्यान

कमर्शियल रन शुरू होने में अब दो महीने से भी कम समय शेष है। ऐसे में स्टेशन और ट्रेनों से जुड़े कई काम अभी अधूरे हैं। टिकटिंग सिस्टम, यात्री सूचना तंत्र, इंटीरियर की फिनिशिंग और स्टेशन परिसर के बाहरी सौंदर्यीकरण का काम अभी चल रहा है। इसके अलावा मेट्रो स्टेशनों को आसपास के प्रमुख संस्थानों से जोड़ने का कार्य भी बाकी है, ताकि यात्रियों को सीधा लाभ मिल सके।

सुरक्षा जांच और निरीक्षण

मेट्रो ट्रेन को व्यावसायिक रूप से चालू करने से पहले सुरक्षा मानकों का पालन जरूरी है। इसके लिए कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी की अनुमति और एनओसी लेना अनिवार्य है। इसी प्रक्रिया के तहत लगातार सर्वे और मॉनिटरिंग की जा रही है। सुरक्षा संबंधी हर पहलू को तय गाइडलाइन के अनुसार परखा जा रहा है। सोमवार को मेट्रो रेल एमडी चैतन्य एस. कृष्णा ने खुद विभिन्न स्टेशनों का निरीक्षण किया और अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रगति की समीक्षा की।

टिकटिंग सिस्टम पर विवाद और नया टेंडर

मेट्रो में टिकट फेयर कलेक्शन सिस्टम लगाने का ठेका पहले तुर्किये (तुर्की) की एक कंपनी को दिया गया था। लेकिन अब उस ठेके को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हालांकि आधिकारिक रूप से कैंसलेशन लेटर अभी जारी नहीं हुआ है। अधिकारियों के अनुसार, नए सिरे से टेंडर जारी कर दूसरी कंपनी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। जब तक नया ठेका नहीं हो जाता, तब तक भोपाल मेट्रो में भी इंदौर की तर्ज पर अस्थायी रूप से मैनुअल टिकटिंग सिस्टम से काम चलाया जाएगा।