पीएम मोदी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 से 26 जुलाई तक ब्रिटेन की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। इस दौरान वे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और किंग चार्ल्स तृतीय से मुलाकात करेंगे। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत पूरी हो गई है। यात्रा के दौरान व्यापार, निवेश और खालिस्तान से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। मोदी ब्रिटेन के व्यापारिक नेताओं से भी मिलेंगे। यह पदभार संभालने के बाद उनकी यूके की चौथी यात्रा होगी।
6 मई: मोदी–स्टार्मर बातचीत में हुई अहम चर्चा
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि 6 मई को प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के बीच बातचीत हुई थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने कहा कि भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (FTA) और अन्य मुद्दों पर बातचीत पूरी हो चुकी है। तब से दोनों देश लगातार संपर्क में हैं और समझौते को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया चल रही है। सरकार ने कहा है कि उचित समय पर इस समझौते से जुड़ी सभी जानकारी साझा की जाएगी।
खालिस्तानी उग्रवाद पर विदेश सचिव का बड़ा बयान
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि ब्रिटेन में खालिस्तानी उग्रवादियों और उनके समर्थकों की मौजूदगी पर भारत ने यूके सरकार का ध्यान खींचा है और यह चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि अन्य देशों के सामाजिक ताने-बाने के लिए भी खतरा है। साथ ही उन्होंने बताया कि भारत ने कुछ भगोड़े अपराधियों को वापस लाने के लिए ब्रिटेन से बात की है और इस पर दोनों देशों के बीच कानूनी प्रक्रिया के तहत चर्चा जारी है।
पीएम मोदी का मालदीव दौरा
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 25-26 जुलाई को मालदीव की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। वे मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू के निमंत्रण पर जाएंगे और वहां की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। यह मोदी की मालदीव की तीसरी यात्रा होगी और पदभार संभालने के बाद यह राष्ट्रपति द्वारा आयोजित पहली राजकीय यात्रा है। मिस्री ने कहा कि भारत ऊर्जा सुरक्षा को सबसे बड़ी प्राथमिकता देता है और इस दिशा में जो भी कदम जरूरी होंगे, वह उठाएंगे। ऊर्जा मुद्दों पर संतुलित दृष्टिकोण जरूरी है।