प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 मई को आंध्र प्रदेश के दौरे पर जाएंगे, जहां वे राज्य को कई बड़ी परियोजनाओं की सौगात देंगे। अमरावती में पीएम मोदी लगभग 58 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली 94 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस अवसर को ऐतिहासिक बताते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा अमरावती की राजधानी परियोजना के तहत 74 निर्माण कार्यों की नींव रखी जाएगी। इनमें विधानसभा, सचिवालय, उच्च न्यायालय और न्यायिक आवासीय परिसरों का निर्माण शामिल है।
रक्षा, बुनियादी ढांचे और परिवहन को मिलेगा बढ़ावा
प्रधानमंत्री मोदी आंध्र प्रदेश के लिए 5,028 करोड़ रुपये की 9 केंद्रीय परियोजनाओं की भी आधारशिला रखेंगे। इनमें प्रमुख परियोजनाएं हैं—कृष्णा जिले के नागयालंका में DRDO का मिसाइल परीक्षण केंद्र (1,459 करोड़ रुपये), विशाखापट्टनम में यूनिटी मॉल (100 करोड़ रुपये), छह राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं (3,680 करोड़ रुपये) और गुंटकल से मल्लप्पा गेट तक रेल ओवरब्रिज (293 करोड़ रुपये)। इन परियोजनाओं से राज्य की सुरक्षा, व्यापार और यातायात ढांचे को मजबूती मिलेगी।
अमरावती को फिर से मिलेगी नई गति
अमरावती परियोजना की शुरुआत पहली बार अक्टूबर 2015 में पीएम मोदी द्वारा की गई थी। उस समय चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली टीडीपी सरकार ने कुछ अस्थायी भवनों और आवासीय परियोजनाओं का निर्माण किया था। लेकिन 2019 में सत्ता में आई वाईएसआर कांग्रेस की सरकार ने इस परियोजना को रोक दिया। इसके बाद अमरावती का विकास थम सा गया।
किसानों और जनता को फिर जगी उम्मीद
चंद्रबाबू नायडू की सरकार के समय 29,881 किसानों ने अपनी जमीन इस परियोजना के लिए दी थी। कुल 54 हजार एकड़ भूमि एकत्र की गई और 8,603 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को राजधानी क्षेत्र के रूप में अधिसूचित किया गया था। इसमें 217 वर्ग किलोमीटर राजधानी शहर और 16.9 वर्ग किलोमीटर मुख्य राजधानी क्षेत्र के रूप में चिह्नित किया गया था।
अब एक बार फिर टीडीपी के सत्ता में आने के बाद अमरावती परियोजना को गति मिली है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सत्ता संभालते ही इस पर काम शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा फिर से इस परियोजना को समर्थन मिलने से जनता को उम्मीद है कि दिसंबर तक निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ेगा।