मध्यप्रदेश में हेलीकॉप्टर आधारित पर्यटन सेवा की शुरूआत गुरुवार से औपचारिक रूप से हो गई। इस नई सुविधा के तहत पर्यटक अब कान्हा, बांधवगढ़ और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के साथ इको-टूरिज्म और आध्यात्मिक स्थलों तक हवाई सफर कर सकेंगे। यह सेवा सप्ताह में पांच दिन चलेगी, जबकि बुधवार और गुरुवार को उड़ानें नहीं होंगी। पहले दिन ट्रायल के दौरान मंत्री, सांसद और विधायक सहित कई जनप्रतिनिधियों ने हेली सफर का अनुभव लिया। आम पर्यटकों के लिए उड़ानें शुक्रवार से शुरू होंगी।
शुरुआत की घोषणा और उड़ानों का शेड्यूल
एक नवंबर को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस सेवा का शुभारंभ किया था, लेकिन नियमित उड़ानें 20 नवंबर से तय की गई थीं। हालांकि, शेड्यूल में गुरुवार को आम लोगों के लिए बुकिंग नहीं रखी गई थी, इसलिए केवल ट्रायल उड़ानें संचालित की गईं।
सुरक्षा के लिए डबल इंजन हेलिकॉप्टर
पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस सेवा में केवल डबल इंजन हेलीकॉप्टर शामिल किए गए हैं। ट्रायल उड़ानों के दौरान जनप्रतिनिधियों को भोपाल से पचमढ़ी और मढ़ई तक ले जाया गया। उड़ान से पहले यात्रियों का वजन भी जांचा गया ताकि हेलीकॉप्टर की क्षमता से अधिक भार न हो। छोटे रूट भी तय किए गए हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षित आपात लैंडिंग की जा सके।
जबलपुर से नई एयर कनेक्टिविटी
जबलपुर में पर्यटन सेवा का शुभारंभ सुबह 11.20 बजे किया गया। यहां से अब कान्हा, बांधवगढ़, मैहर, चित्रकूट और अमरकंटक तक की यात्रा बेहद आसान हो जाएगी। यह सेवा सोमवार, मंगलवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार को उपलब्ध रहेगी। हेलीकॉप्टर संचालन की जिम्मेदारी फ्लाई ओला कंपनी संभाल रही है।
महाकौशल में पर्यटन को ताकत
इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों ने कहा कि महाकौशल क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और हवाई सेवा से यहां आने वाले यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी। कई पर्यटक सीमित समय में अधिक स्थान घूमना चाहते हैं, लेकिन सड़क मार्ग से यह संभव नहीं हो पाता। नई हेलीकॉप्टर सेवा ने इस समस्या का समाधान कर दिया है। इसके साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। भेड़ाघाट में हेली बेस बनाया गया है, जहां से पर्यटकों को विभिन्न स्थलों तक ले जाया जाएगा।
किराया और बुकिंग की प्रक्रिया
प्रत्येक रूट के लिए अलग-अलग दूरी के हिसाब से किराया निर्धारित किया गया है। इंदौर से उज्जैन का किराया 5 हजार रुपये, उज्जैन से ओंकारेश्वर तक 6,500 रुपये और ओंकारेश्वर से इंदौर तक 5,500 रुपये रखा गया है। बुकिंग transbharat.in पर शुरू हो गई है, जहां प्रारंभिक ऑफर के तहत किराए पर 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही है।
इंदौर से पहली उड़ान
इंदौर से उज्जैन के लिए पहली ट्रायल उड़ान में छह विशेष अतिथि शामिल हुए। उड़ान लगभग 18 मिनट में उज्जैन पहुंची, जहां जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। सेवा शुरू होते ही कहा जा रहा है कि पर्यटक एक ही दिन में उज्जैन और ओंकारेश्वर के दोनों ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकेंगे। हालांकि ट्रेवल एजेंटों का तर्क है कि लग्जरी कार में चार लोग इससे भी कम खर्च में यात्रा कर सकते हैं।
उज्जैन में भी सेवा शुरू
उज्जैन में गुरुवार से नियमित उड़ानें आरंभ हो गईं। इंदौर से आए विधायकों, नेताओं और पत्रकारों का जोरदार स्वागत किया गया। हेलीकॉप्टर डीआरपी लाइन में लैंड हुआ, जहां ढोल और पुष्प वर्षा के साथ अतिथियों का अभिनंदन किया गया।
तीन सेक्टर—वाइल्ड लाइफ, वेलनेस और धार्मिक
नई सेवा के तहत उड़ानें तीन प्रमुख सेक्टरों को जोड़ती हैं—वेलनेस, वाइल्ड लाइफ और धार्मिक पर्यटन। इसमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, अमरकंटक, चित्रकूट, मैहर, कान्हा, बांधवगढ़ और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व जैसे स्थान शामिल किए गए हैं।
छह सीटों वाला हेलिकॉप्टर
प्रत्येक हेलीकॉप्टर में छह यात्रियों की क्षमता है। यह छोटे ग्रुप और परिवारों के लिए उपयुक्त है। उड़ान के दौरान पर्यटक सतपुड़ा क्षेत्र की पहाड़ियों, जंगलों और टाइगर रिजर्व का हवाई नजारा लाइव देख पाएंगे।
सभी स्थलों पर तैयार हेलीपेड
एमपी टूरिज्म बोर्ड ने सभी प्रमुख स्थलों—पचमढ़ी, ओंकारेश्वर, कान्हा, बांधवगढ़, अमरकंटक, चित्रकूट और मैहर में हेलीकॉप्टर के टेक-ऑफ और लैंडिंग के लिए हेलीपेड तैयार किए हैं। उज्जैन में हवाई पट्टी पहले से मौजूद है, जबकि भोपाल, इंदौर और जबलपुर में एयरपोर्ट उपलब्ध हैं।
ऑनलाइन बुकिंग कैसे करें
इस सेवा की टिकट बुकिंग www.flyola.in
पर की जा सकती है। ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर सीटें उपलब्ध कराई जाएंगी। कुछ शहरों में एक और कुछ में दो हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं।