आज के दौर में कार खरीदना केवल पसंद या बजट का सवाल नहीं रह गया है। अब आपकी क्रेडिट प्रोफाइल इस फैसले में सबसे बड़ी भूमिका निभाती है। चाहे आप नई कार खरीद रहे हों, लोन पर ले रहे हों, लीज का विकल्प चुन रहे हों या फिर इंश्योरेंस करवा रहे हों—हर जगह आपका क्रेडिट स्कोर यह तय करता है कि आपको फायदे की डील मिलेगी या अतिरिक्त खर्च झेलना पड़ेगा। मजबूत स्कोर से EMI सस्ती होती है, ब्याज दर कम मिलती है और विकल्प भी बेहतर मिलते हैं।
कार लोन अप्रूवल में क्रेडिट स्कोर की भूमिका
अगर आप चाहते हैं कि आपका कार लोन जल्दी और बिना किसी परेशानी के मंजूर हो जाए, तो क्रेडिट स्कोर पहला और सबसे अहम पैमाना है। आमतौर पर 750 या उससे अधिक CIBIL स्कोर होने पर बैंक और एनबीएफसी लोन को आसानी से मंजूरी दे देते हैं और शर्तें भी अनुकूल रहती हैं। वहीं कम स्कोर वाले ग्राहकों से अतिरिक्त दस्तावेज़ मांगे जाते हैं, को-एप्लिकेंट जोड़ने की शर्त रखी जाती है या फिर ज्यादा डाउन पेमेंट देनी पड़ती है। यानी लोन मिलता जरूर है, लेकिन रास्ता थोड़ा कठिन हो जाता है।
ब्याज दर तय करता है आपकी कुल कार लागत
कार लोन की ब्याज दर सीधे तौर पर आपके क्रेडिट स्कोर से जुड़ी होती है। अच्छा स्कोर होने पर कम ब्याज दर मिलती है, जिससे लंबे समय में लाखों रुपये की बचत संभव हो जाती है। इसके विपरीत खराब स्कोर पर ब्याज दर बढ़ जाती है और वही कार कई सालों में कहीं ज्यादा महंगी पड़ती है। असल में क्रेडिट स्कोर ही आपकी कुल कार ओनरशिप कॉस्ट को तय करता है।
बेहतर स्कोर से बढ़ती है मोलभाव की ताकत
मजबूत क्रेडिट प्रोफाइल ग्राहकों को डीलर और बैंक दोनों के सामने मजबूत स्थिति में खड़ा करता है। ऐसे ग्राहकों को ज्यादा लोन अमाउंट, बेहतर लोन-टू-वैल्यू रेशियो और लंबी लोन अवधि जैसे फायदे आसानी से मिल जाते हैं। वहीं कमजोर स्कोर वाले लोगों के लिए शर्तें सख्त होती हैं और विकल्प सीमित रह जाते हैं।
कार लीज और इंश्योरेंस में भी असरदार
जो लोग कार लीज पर लेने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए भी क्रेडिट स्कोर बेहद जरूरी है। अच्छा स्कोर होने पर मासिक भुगतान कम रहता है और सिक्योरिटी डिपॉजिट भी कम देना पड़ता है। खराब स्कोर की स्थिति में शुरुआती खर्च बढ़ जाता है और मंथली लागत भी ज्यादा हो सकती है। इसके अलावा कई लोग यह नहीं जानते कि कार इंश्योरेंस प्रीमियम भी क्रेडिट स्कोर से प्रभावित होता है। इंश्योरेंस कंपनियां भुगतान की आदत, कर्ज का स्तर और क्रेडिट हिस्ट्री देखकर जोखिम का आकलन करती हैं।
अच्छा क्रेडिट स्कोर बनता है सबसे बड़ी बचत की चाबी
निष्कर्ष साफ है कि क्रेडिट स्कोर सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि कार खरीदने की प्रक्रिया में आपकी सबसे बड़ी ताकत है। बेहतर स्कोर आपको सस्ता लोन, कम इंश्योरेंस प्रीमियम और आकर्षक डील्स दिलाता है, जिससे कुल मिलाकर लाखों रुपये की बचत संभव हो जाती है।