अगर आप शहर में एक छोटा मगर पक्का घर बनाना चाहते हैं, लेकिन पैसों की कमी आड़े आ रही है, तो घबराइए नहीं। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी (PMAY-U) आपके इस ख्वाब को पूरा कर सकती है। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, निम्न आय वर्ग और मध्यम आय वर्ग के लोगों को घर बनाने के लिए सरकारी मदद मिलती है।
क्या है प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी (PMAY-U)?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 जून 2015 को इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की थी। इसका मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्रों में रहने वाले उन लोगों को अपना घर दिलवाना है जो किराए के मकानों में रह रहे हैं या जिनके पास पक्के मकान नहीं हैं। PMAY-U 1.0 की सफलता के बाद, 2024 में सरकार ने PMAY-U 2.0 की घोषणा की है, जिसके तहत अगले 5 वर्षों में एक करोड़ शहरी परिवारों को आवास उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।
PMAY-U का मुख्य उद्देश्य
• शहरों में रह रहे गरीब, निम्न और मध्यम वर्गीय परिवारों को पक्का घर उपलब्ध कराना
• खुद की जमीन पर घर बनाने के लिए 2.5 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद देना
• ब्याज सब्सिडी के तहत 2.67 लाख रुपये तक की राहत देना
योजना की प्रमुख विशेषताएं
• खुद की जमीन होने पर ₹2.5 लाख की आर्थिक सहायता
• जिनके पास जमीन नहीं है, उन्हें बिल्डर के साथ साझेदारी में सस्ते मकान
• सरकारी सहायता से बने घरों को कम किराए पर उपलब्ध कराया जाता है
• Interest Subsidy Scheme (ISS) के तहत होम लोन पर सब्सिडी
PMAY-U के चार प्रमुख घटक (Components)
1. लाभार्थी आधारित निर्माण (BLC):
स्वयं की जमीन पर घर बनाने के लिए ₹2.5 लाख तक की सहायता मिलती है।
2. किफायती आवास भागीदारी में (AHP):
प्राइवेट बिल्डर्स द्वारा बनाए गए सस्ते घरों की खरीद पर सहायता।
3. किफायती किराया आवास (ARHC):
प्रवासी श्रमिकों, स्ट्रीट वेंडर्स और बेघरों के लिए किराए पर घर।
4. ब्याज सब्सिडी योजना (ISS):
₹25 लाख तक के होम लोन पर ₹2.67 लाख तक की ब्याज सब्सिडी।
PMAY-U की पात्रता (Eligibility Criteria)
• आवेदक के पास शहरी क्षेत्र में कोई पक्का घर नहीं होना चाहिए
• पिछले 20 वर्षों में किसी भी सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं लिया होना चाहिए
• आय श्रेणियां:
• EWS: वार्षिक आय ₹3 लाख तक
• LIG: वार्षिक आय ₹3 से ₹6 लाख
• MIG-1 और MIG-2: ₹6 से ₹12 लाख तक
• योजना का लाभ केवल एक घटक के तहत ही मिल सकता है
इन वर्गों को मिलती है प्राथमिकता
योजना में विधवा, दिव्यांग, वरिष्ठ नागरिक, ट्रांसजेंडर, अनुसूचित जाति/जनजाति, अल्पसंख्यक वर्ग और समाज के अन्य कमजोर तबकों को प्राथमिकता दी जाती है। इसके अलावा स्ट्रीट वेंडर्स, कारीगरों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और भवन निर्माण श्रमिकों को भी इस योजना में विशेष ध्यान दिया गया है।
कैसे करें आवेदन? यहां जानें स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया
STEP-1: पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन
• PMAY-U पोर्टल पर जाएं
• “Apply for PMAY-U 2.0” विकल्प पर क्लिक करें
• दिशानिर्देश पढ़ें और ज़रूरी दस्तावेजों की सूची जांचें
STEP-2: पात्रता जांच और आधार सत्यापन
• राज्य और शहर का चयन करें
• वार्षिक आय भरें
• पूछा जाएगा कि आपके पास कोई पक्का मकान है या नहीं
• शपथपत्र पढ़ें, आधार नंबर दर्ज करें, OTP के ज़रिए सत्यापन करें
STEP-3: आवेदन फॉर्म भरें
• व्यक्तिगत जानकारी, परिवार के सदस्यों का विवरण भरें
• आय वर्ग और मकान की जानकारी दें
• ज़रूरी दस्तावेज अपलोड करें
STEP-4: एड्रेस और योजना की जानकारी
• वर्तमान और संपर्क पता भरें
• स्कीम और होम लोन से संबंधित जानकारी भरें
• अंत में फॉर्म को सबमिट करें
PMAY-U के लिए जरूरी दस्तावेज
1. आधार कार्ड (आवेदक और परिवार के सभी सदस्यों का)
2. आय प्रमाण पत्र
3. बैंक खाता विवरण (IFSC कोड सहित)
4. ज़मीन से जुड़े दस्तावेज (यदि खुद की जमीन है)
5. पासपोर्ट साइज फोटो
सब्सिडी और मदद का पूरा गणित
• EWS और LIG वर्गों को ₹6 लाख तक के लोन पर ब्याज में राहत
• MIG-1 और MIG-2 वर्गों को भी ₹9 लाख से ₹12 लाख तक के लोन पर सब्सिडी
• अधिकतम ₹25 लाख के लोन पर लाभ संभव
• पैसा 3 किस्तों में दिया जाता है – 40:40:20 के अनुपात में
प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी (PMAY-U) न केवल घर के सपने को साकार करती है, बल्कि यह योजना सामाजिक न्याय, समानता और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम भी है। यदि आप पात्र हैं और अब तक इस योजना से नहीं जुड़े हैं, तो आज ही आवेदन करें और अपने सपनों का घर पाएं।