तेजस्वी पर प्रशांत किशोर का तंज – ‘बिहार को कलम वाले चाहिए, कट्टा वाले नहीं’

प्रशांत किशोर : जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने रविवार को राजद और तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने जनता से 20 महीने का समय मांगा है, जबकि बिहार की जनता पहले ही लालू यादव और राबड़ी देवी को 15 साल, और तेजस्वी को 3 साल का मौका दे चुकी है। इन लोगों ने बिहार को पीछे धकेल दिया है। प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि अब मुस्लिम समुदाय भी राजद के झांसे में नहीं आने वाला।

प्रशांत किशोर इन दिनों अपनी ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के तहत राज्यभर में घूमकर लोगों से मिल रहे हैं। इसी सिलसिले में वे रविवार को सीवान पहुंचे और वहां मीडिया से बातचीत की। उन्होंने कहा कि पटना में वक्फ कानून के खिलाफ जो रैली हुई थी, उसमें मुस्लिम संगठनों ने जो मुद्दा उठाया, जन सुराज शुरू से ही उसका समर्थन करता रहा है।

मुसलमानों पर क्या बोले पी.के

उन्होंने कहा कि अब बिहार की जनता जागरूक हो गई है और राजद के झूठे वादों पर भरोसा नहीं करेगी। पहले ये लोग बीजेपी का डर दिखाकर मुसलमानों से वोट लेते थे, लेकिन अब मुसलमानों के पास जन सुराज का विकल्प मौजूद है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “अब मुसलमानों को समझ आ गया है कि लालटेन में जलने से केवल लालू यादव के घर में रोशनी होती है, उनके अपने बच्चों का भविष्य अंधेरे में रह जाता है।”

तेजस्वी पर किया हमला

तेजस्वी यादव के “कलम बांटने” वाले बयान पर प्रशांत किशोर ने चुटकी ली। उन्होंने कहा, “यह वैसा ही है जैसे जंगल का शेर दूध बांटे। शेर अगर दूध दे रहा है तो इसका मतलब है कि वह आपको फंसा रहा है।” उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी कलम नहीं, बल्कि कट्टा (हथियार) वाले लोगों के नेता हैं। ऐसे नेताओं से बिहार को बचाने की जरूरत है। प्रशांत किशोर ने दो टूक कहा कि जनता अब विकास और बदलाव चाहती है, न कि डर और पुरानी राजनीति।