पाकिस्तान की ओर से बढ़ते हमले पर प्रधानमंत्री मोदी ने दिए सख्त निर्देश, कहा- ‘सेना को पूरी छूट…’

जम्मू-कश्मीर से सटे नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान द्वारा भारी गोलीबारी और हमलों के बीच देश में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सक्रियता तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेना को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी प्रकार की आक्रामक हरकत का सख्त और तुरंत जवाब दिया जाए।

प्रधानमंत्री और सेनाध्यक्ष की बैठक

प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी से मुलाकात कर सीमा पर बने हालात की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसके लिए सेना को पूरी छूट दी गई है। सेनाध्यक्ष ने बताया कि पाकिस्तान लगातार भारी हथियारों जैसे मोर्टार और रॉकेट लॉन्चर का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे कई लोगों की जान गई है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।

सेना पूरी तरह तैयार, हर हरकत का जवाब

सेनाध्यक्ष जनरल द्विवेदी ने प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि भारतीय सेना पाकिस्तान की हर हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी हमलों को विफल किया जा रहा है, लेकिन जान-माल का नुकसान हुआ है। सेना अलर्ट मोड पर है और जवाबी कार्रवाई में कोई ढील नहीं बरती जा रही।

राष्ट्रीय स्तर पर तैयारियों की समीक्षा

इन परिस्थितियों को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के सचिव शामिल हुए। इस बैठक का उद्देश्य आपसी समन्वय को मजबूत बनाना और आपातकालीन हालात से निपटने के लिए तैयार रहना था।

अंदरूनी व्यवस्था बनाए रखने पर जोर

बैठक में नागरिक सुरक्षा, गलत सूचना से निपटना, और देश की महत्वपूर्ण बुनियादी संरचनाओं की सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर युद्ध की स्थिति लंबी चलती है तो भी देश के अंदरूनी तंत्र को निर्बाध रूप से कार्य करते रहना चाहिए।

सतर्कता और समन्वय आवश्यक

प्रधानमंत्री ने मंत्रालयों और एजेंसियों से कहा कि वे निरंतर सतर्क रहें और आपस में प्रभावी समन्वय बनाए रखें। मौजूदा हालात को देखते हुए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सभी विभाग अपनी तैयारी पूरी रखें और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तत्पर रहें।