निजी Warehouse संचालक सरकार के नियमों की खुलेआम उड़ा रहे धज्जियां

स्वतंत्र समय, सिरोंज

निजी वेयरहाउस ( Warehouse ) संचालक खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं और स्थानीय प्रशासन अपनी आंखें मूंदे बैठा है। क्योंकि निजी वेयरहाउस संचालक अनाज के भंडारण को बड़ी मात्रा में करते हैं। जहां पर किसानों के अनाज के अलावा व्यापारियों का माल भी बड़ी मात्रा में रखा रहता है जिसके पूर्ण संरक्षण एवं सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी निजी वेयरहाउस संचालकों की रहती है जिससे व्यापारी एवं किसान की निश्चिंत होकर वेयरहाउस संचालकों को अपना अनाज सौंप देते है, क्योंकि व्यापारी एवं किसानों को लगता है कि वेयरहाउस में उसके अनाज की पूर्ण देख देखरेख में रखा गया है।

वेयरहाउस ( Warehouse ) में कर रहे दूसरे धंधे

वेयरहाउस ( Warehouse ) में भंडारित अनाज के नुकसान होने की स्थिति में बीमा राशि दिलवाने का प्रावधान है परंतु इन्हीं निजी वेयरहाउस ( Warehouse ) संचालकों द्वारा थोड़े से लालच में आकर उसके पास पड़ी खाली जमीन में हजारों कुंटल भूसे का अवैध भंडारण भी किया जाता हैं इस व्यापार में यह किसी प्रकार से शासन को कोई टैक्स भी नहीं देते हैं कुछ वेयरहाउस संचालक तो शासकीय खरीदी भी करते हैं इसके बाद भी भूसे का अवैध भंडारण भी करवाते रहते हैं जिससे कभी भी कोई भी बड़ी घटना घट सकती है ऐसे उदाहरण पिछले वर्ष देखने को मिला जब किन्हीं कारण पथरिया थाना से कुछ दूरी पर बने वेयर हाउस के पास भूसे के अवैध भंडारण पर आग लग गई थी।आग लगने के बाद वेयरहाउस में रखे माल को सुरक्षित कर पाने में प्रशासन एवं दमकल कर्मीयो की सांस फूल गई थी। दमकल की 5 गाडिय़ों ने भूसे में लगी आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि 50 फुट दूरी पर शासकीय खरीदी का भंडारण हुआ था जिसे कोई हानि नहीं हो पाई थी।

इनका कहना है

अधिकारियों को पहुंचाकर फिजिकल वेरिफिकेशन करवा लेते हैं। इसके बाद उचित कार्रवाई की जावेगी
-हषर्ल चौधरी, एसडीएम सिरोंज।

साल भर पुरानी घटना को भूला प्रशासन

किसी बड़ी घटना होने के बाद ही अक्सर प्रशासन जागता है । सियलपुर शासकीय खरीदी केंद्र पर हुई आगजनी के एक साल बाद भी प्रशासन द्वारा भूसे के अवैध भंडारण की ओर अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिन वेयरहाउसों पर घूस का भंडारण हो रहा है वहां इस साल भी लगभग खरीदी होना तय माना जा रहा है फिर भी प्रशासन की ओर से अपनी आंखें बंद रखी गई है। क्या इस साल फिर कोई घटना होने के बाद ही प्रशासन जागेगा।