प्रमोटी IAS अफसरों का नए सिरे से तय हुआ कैडर

 स्वतंत्र समय, भोपाल

राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों ( IAS ) को भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रमोट करने के बाद केंद्रीय कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने नए सिरे से 27 अफसरों के कैडर वर्ष तय कर दिए हैं। दरअसल, सुनील दुबे और कमलेश कुमार भार्गव के लिफाफे पदोन्नति के समय बंद रखे गए थे। विभागीय जांच में क्लीनचिट मिलने के बाद इन्हें आईएएस अवार्ड किया था। इसके बाद अब इन अफसरों सहित 2021 एवं 2022 की डीपीसी में पदोन्नत सभी 29 अफसरों के लिए नए सिरे से कैडर वर्ष आवंटन की सूची डीओपीटी ने जारी की है।

IAS सुनील कुमार दुबे का नाम सबसे ऊपर है

जिन राप्रसे ( IAS ) के अफसरों को डीओपीटी के नोटिफिकेशन में 2021 की डीपीसी में आईएएस प्रमोट होने के बाद 2016 का कैडर वर्ष आवंटित किया गया है, उनमें सुनील कुमार दुबे का नाम सबसे ऊपर है, जो बिदिशा मुखर्जी के बाद सीनियरिटी लिस्ट में शामिल होंगे। दुबे के नाम के बाद 2016 कैडर पाने वाले अफसरों में राजेश कुमार जैन, प्रमोद कुमार शुक्ला, गजेन्द्र कुमार नागेश, प्रताप नारायण यादव, अनुराग सक्सेना, मल्लिका निगम नागर, अजीजा सरसार जफर, सपना पंकज सोलंकी, मंजूषा विक्रांत राय, संघमित्रा गौतम, संजना जैन, शुचिस्मिता सक्सेना, कीर्ति खुरासिया, जगदीश कुमार गोमे और दिशा नागवंशी के नाम हैं। इस डीपीसी में वर्ष 2021 में 16 राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर आईएएस बनाए गए थे। सीनियरिटी लिस्ट में अवार्ड पाने वाले इन अफसरों के नाम 2016 की सीधी भर्ती की अफसर मिशा सिंह के नाम के बाद और 2017 बैच के सीधी भर्ती के आईएएस अफसर अभिलाष मिश्रा के नाम के ऊपर रखे गए हैं।

2017 कैडर वर्ष वाले अफसरों की स्थिति

डीओपीटी द्वारा 21 मई को जारी नोटिफिकेशन में 2022 की डीपीसी में आईएएस के पद पर प्रमोट हुए दो अधिकारियों को 2017 का कैडर वर्ष आवंटित किया गया है। इन अधिकारियों के नाम देवेंद्र कुमार नागेंद्र और मनोज कुमार सरियाम हैं। इसके अलावा किसी अन्य अधिकारी को 2017 कैडर वर्ष नहीं आवंटित हुआ है। सीनियरिटी लिस्ट में 2022 की आईएएस अवार्ड सूची में शामिल देवेन्द्र कुमार नागेंद्र और मनोज कुमार सरियाम के नाम 2017 बैच के सीधी भर्ती के आईएएस शेर सिंह मीना के नाम के नीचे और 2018 बैच के सीधी भर्ती से सिलेक्ट आईएएस अफसर सिद्धार्थ जैन के ऊपर रखे गए हैं। 2016 और 2017 का कैडर वर्ष पाने वाले अफसर 2001, 2002 में डिप्टी कलेक्टर बने थे।