Indore में स्वदेशी वस्त्रों को बढ़ावा, 28 सितंबर से शुरु होगा अभियान 

इंदौर में स्वदेशी वस्तुएं अपनाओ अभियान की शुरूआत तेज होती नजर आ रही है। ना केवल वस्तुएं बल्कि कपड़े भी स्वदेशी होने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। शहर में रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन 28 सितंबर को एक अभियान की शुरुआत कर रहा है।
पिछली बार चीन और बांग्लादेश के कपड़ो का बहिष्कार किया गया था। वैसे ही इस बार शहर के 5 हजार संस्थानों पर “स्वदेशी तैयार वस्त्र ही बेचते है” के बोर्ड लगाए जाएंगे। इसके साथ इंदौर से रिटेल का माल जो बाहर जाता है, उनके साथ भी इन बोर्ड को रखकर भेजा जाएगा, ताकि वे लोग भी अपनी दुकानों पर ये बोर्ड लगा सके।
इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अक्षय जैन ने बताया कि 28 सितंबर को अभियान की शुरूआत हो रही है। इसे लेकर एक प्रोग्राम भी रखा जाएगा। जिसमें सांसद शंकर लालवानी, विधायक गोलू शुक्ला सहित कई व्यापारी इसमें शामिल होंगे। इस अभियान के माध्यम से ये बताना चाहते है कि हम भारत से प्यार करते है, हम स्वदेशी माल ही बेचना चाहते है, आत्मनिर्भर होना चाहते है। 20 मई से हमने चीन-बांग्लादेशी कपड़ो का बहिष्कार किया था। इसका असर ये हुआ कि रेडिमेड फैक्ट्रियां भी स्वदेशी वस्तुओं का इस्तेमाल कर रही है।
इस अभियान के तहत  रेडिमेड की सभी दुकानों पर, ट्रेडिंग की सभी 700 दुकानों पर, करीब 2 हजार फैक्ट्रियों में “स्वदेशी तैयार वस्त्र ही बेचते है” बोर्ड लगाए जाएंगे। इसके साथ ही जिन फैक्ट्रियों के बाहर माल सप्लाई होता है, उन संस्थानों के लिए भी बोर्ड सप्लाई के साथ भेजा जाएगा, ताकि वे लोग भी ये बोर्ड लगाए। आपको बता दें कि इस अभियान के तहत इंदौर में ट्रेडिंग, मैन्युफैक्चरिंग और रिटेल आउटलेट्स जैसे तकरीबन 5 हजार संस्थानो पर बोर्ड लगाने का अभियान चलेगा।
आगामी त्यौहार को देखते हुए इस अभियान को लेकर एसोसिएशन विशेष ध्यान दे रहा है कि हम शहरवासी भी स्वदेशी वस्त्र अपनाएं। चीन और बांग्लादेश की वस्तुओं का बहिष्कार करे। बता दें कि इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन ने बीते कुछ महीने पहले चीन-बांग्लादेशी कपड़ों के व्यापार का बहिष्कार किया था। पदाधिकारियों और व्यापारियों ने अपनी दुकानों पर तख्तियां भी चस्पा की थी। यहां तक की विदेशी कपड़ों की होली भी जलाई थी।