राजेश राठौर
EXCLUSIVE
स्वतंत्र समय, इंदौर
‘ दैनिक स्वतंत्र समय ’ ने पहले ही पुलिस प्रशासन को चेताया था कि प्रापर्टी ( Property ) में तेजी से आ रही मंदी के कारण कभी भी इंदौर में खून खऱाबा हो सकता है। हाल ही में कनाडिय़ा रोड की एक जमीन को लेकर किसान की हत्या कर डाली। अभी तो ये शुरूआत है, आने वाले वक्त में कई कालोनाइजर, प्रापर्टी दलाल और प्लाट खरीदने वाले भी पिटते हुए दिखाई देंगे।
Property को लेकर किसान की हत्या
कनाडिय़ा निवासी 56 साल के किसान बाबूलाल उर्फ ‘गब्बर’ की हत्या उन लोगों ने कर दी जिन्होंने किसान की जमीन ( Property ) पर कब्जा कर रखा था। किसान की जमीन पर मानसिंह, घनश्याम, शालिगराम, भुवन, कमल ने कब्जा कर रखा था, जैसा कि किसान के परिजनों ने पुलिस को बताया। किसान, बाबूलाल की 8 बीघा जमीन कब्जा करने वालों ने ठेके पर ली थी, बाद में कब्जा करने वालों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन अपने नाम पर करवा ली। ऐसे लोगों की मदद करने के लिए कलेक्टर दफ्तर के पटवारी और तहसीलदार हमेशा तैयार रहते हैं। किसान बाबूलाल ने उसकी जमीन पर कब्जा करने और फर्जी कागज बनाने को लेकर कलेक्टर द$फ्तर में कई बार जनसुनवाई में शिकायत के दौरान किसान बाबूलाल ने जान का खतरा भी बताया था, लेकिन किसी अफसर ने उसकी मदद नहीं की। कब्जाधारी किसान को चंद रूपये देकर मुंह चुप करना चाहते थे। जमीन की कीमत लगभग 35 करोड़ है, जब किसान नहीं माना तो कब्जाधारियों ने उसकी हत्या ही कर डाली। अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। इस मामले में कुछ बिल्डर शक के दायरे में हैं, पुलिस मामले की जांच कर रही है। कुल मिलाकर आने वाले दिनों में प्रापर्टी को लेकर और भी विवाद सामने आने की संभावना है। हम तो यही कहेंगे कि जितने भी लोगों के पास फर्जी कालोनियों और अवैध मल्टियों में यदि कोई सम्पत्ति है तो तत्काल निराकरण कर लें, नहीं तो पैसे तो डूबेंगे ही, लेकिन कहीं जान से हाथ ना धोना पड़े।