Property का डब्बा गोल पार्ट- 38, दुकान-आफिस और शो-रूम भी खाली हो रहे

राजेश राठौर
exclusive

स्वतंत्र समय, इंदौर

इंदौर में प्रापर्टी ( Property ) के भाव में गिरावट आने से कमर्शियल प्रापर्टी की हाल़त भी खराब हो गई है। कई दुकानें और शो-रूम, आफिस खाली हो गये हैं। कई दुकानों और शो-रूम पर बोर्ड लग चुके हैं कि किराए पर देना है।

5 हजार से ज्यादा Property खाली पड़ी हुईं हैं

प्रापर्टी ( Property ) कारोबार से जुड़े लोगों से हुई बातचीत के आधार पर हम आम लोगों को यह जानकारी दे रहे हैं कि लगभग 5 हजार दुकानें, शो-रूम और आफिस खाली पड़े हैं। इसका कारण यह है कि इंदौर में किराया ज्यादा हो गया है, उतनी इन्कम व्यापारी को नहीं होती। उदाहरण के तौर पर मालगंज चौराहे जैसे महत्वपूर्ण इलाके में किराएदार ‘बैंक ऑफ इंडिया’ ने मकान मालिक को साफ कह दिया कि अब किराया कम करना पड़ेगा, नहीं तो हम दूसरी जगह शिफ्ट हो जायेंगे। लंबे समय से 85 रुपए फिट के हिसाब से बैंक किराया दे रही थी, अब बैंक ने किराया 20 रुपये फिट कम करते हुए 65 रुपये फिट कर दिया है। इतवारिया बाजार में बैंकों का किराया सबसे ज्यादा मिल रहा था लेकिन एक मकान मालिक ने बताया कि उनको 70 रुपये फिट में ही अपनी जगह किराये पर देना पड़ी, जबकि इतवारिया बाजार में एक समय ऐसा था जब बैंक 150 -200 रुपये फिट पर किराया देती थी। कमर्शियल प्रापर्टी अब इसी कारण बिकना बंद हो गई है। पूरे बीआटीएस की बात कर लें या फिर रिंगरोड की, सभी दूर कमर्शियल प्रापर्टी की वेल्यू कम होती जा रही है। जिन लोगों ने किराए के भरोसे शो-रूम की जगह खरीद ली, वो अब शो-रूम खरीदने के लिए, लिए गए कर्ज की किस्त भी नहीं चुका पा रहे हैं। उसके दो कारण हैं, एक तो जितना किराया उन्होंने सोचा था उतना किराया नहीं मिल रहा है, छह-आठ महीने से किरायेदार भी नहीं मिल रहे हैं। कई व्यापारी इस कारण दिवालिया होने की कगार पर हैं। ‘दैनिक स्वतंत्र समय’ प्रापर्टी कारोबार को लेकर लगातार खबर लिख रहा है जिसके पीछे एक मात्र उद्देश्य है कि लोग किसी लालच में आकर गल़त प्रापर्टी ना खरीदें। जिस भी कमर्शियल बिल्डिंग में दुकान, आफिस या शो-रूम खरीद रहे हैं, उस बिल्डिंग का नक्शा नगर निगम से सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त कर लें। जिस बिल्डिंग में पार्किंग न हो वहां पर कोई आफिस, दुकान या शो-रूम ना खरीदें। किराए पर प्रापर्टी ना जाने का कारण यह भी है कि लोग दुकान, आफिस और शो-रूम तो खोल लेते हैं लेकिन बिल्डिंग में पार्किंग नहीं होने से ग्राहक नहीं आते हैं।