प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों रूस की यात्रा पर हैं, आज वे यहां से ऑस्ट्रिया के लिए जाएंगे। इसी बीच उन्हें रूस के सबसे प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद अपने हाथों से पीएम मोदी को ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल पहनाकर ये सम्मान उन्हें दिया है। इसके बाद पीएम ने इस सम्मान को लेकर व्लादिमीर पुतिन का आभार किया। बता दें कि यह आयोजन सेंट एंड्रयू के ऑर्डर के भव्य हॉल में हुआ।
पीएम ने कही ये बात
आभार प्रकट करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह सम्मान सिर्फ मेरा सम्मान नहीं है बल्कि 140 करोड़ भारतवासियों का सम्मान है। भारत और रूस की सदियों पुरानी गहरी दोस्ती का उदाहरण है, यह हमारी स्पेशल प्रीविलेज पार्टनरशिप का भी सम्मान है। बीते करीब ढाई दशक से आपके नेतृत्व में भारत-रूस के संबंध सभी दिशाओं में मजबूत हुए हैं और हर बार नई ऊंचाइयों को हासिल करते रहे हैं।
क्या है ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल?
आपको बता दें कि ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल रूस में वीरता का सर्वोच्च आदेश है। इसे ज़ार पीटर द ग्रेट ने 1698 में सेंट एंड्रयू के सम्मान में शुरू किया था, सेंट एंड्रयू यीशु के बाद पहले संत थे, जो रूस का संरक्षक संत माना जाता है। यह सम्मान मूल रूप से रूस के उत्कृष्ट नागरिक और सैन्य में उत्कृष्ट काम करने वाले और राज्य के लिए असाधारण सेवा के लिए व्यक्तियों को पुरस्कृत करने के लिए बनाया गया था।
इस अवार्ड के प्रतीक चिन्ह में आमतौर पर एक नीला सैश, सेंट एंड्रयू का क्रॉस वाला एक बैज और छाती पर पहना जाने वाला एक स्टार भी शामिल होता है। बैज में सेंट एंड्रयू का एक सुनहरा क्रॉस होता है, जिस पर एक X-आकार का क्रॉस जैसा सिंबल है।
क्या हैं इसके मायने?
नरेंद्र मोदी को भारत और रूस के बीच साझेदारी और दोस्ती को बढ़ावा देने के उनके उत्कृष्ट कोशिशों के लिए रूस का सर्वोच्च राज्य पुरस्कार – ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल – दिया जा रहा है।