कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कल 1 जुलाई सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पार्टी बीजेपी पर जबरजस्त हमले किए।
राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर बातचीत में बोलने उठे राहुल गांधी की लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से भी नोकझोंक हो गई।
राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत हाथ में संविधान की कॉपी लेकर की।
लेकिन बीच भाषण में उन्होंने भगवान शिव की तस्वीर दिखाते हुए जो टिप्पणी की उस पर सदन में बवाल हो गया। बीजेपी के सांसद राहुल का विरोध करने लगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अपनी सीट से उठे और कहा कि राहुल गांधी का ‘पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना अच्छा नहीं है।’
राहुल के ‘हिंदू’ वाले बयान पर हंगामा
राहुल गांधी ने अपने भाषण में भगवान शंकर की तस्वीर दिखाते हुए कहा, “मोदी जी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। इसकी वजह है। हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, यह डरता नहीं है।”
उन्होंने कहा, “हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं।”
दूसरी तरफ जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा..नफरत-नफरत-नफरत… आप हिंदू हो ही नहीं।धर्म में साफ लिखा है सच का साथ देना चाहिए।”
राहुल गांधी के बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने बवाल मचा दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उठे और कहा, “ये विषय बहुत गंभीर है, पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना ये गंभीर विषय है।”
पीएम मोदी की इस टिप्पणी के बाद राहुल गांधी ने कहा, “नरेंद्र मोदी जी पूरा हिंदू समाज नहीं है। बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है।”