सामाजिक सरोकारों में रेलवे महिला कल्याण संगठन का है सराहनीय योगदान

जागृति में असहाय बच्चों की हो रही परवरिश एवं शिक्षा

जबलपुर 05 फरवरी। महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती संध्या गुप्ता के नेतृत्व में पश्चिम मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन, रेल कर्मचारियों के परिवारों के प्रति सामाजिक सरोकारों को निभा रहा है साथ ही बेसहारा, निराश्रित, गुमशुदा, निस्सहाय और अनाथ बच्चों के कल्याण के लिए भी निरंतर कार्य कर रहा है।
विगत कई सालों से जागृति बाल केंद्र का संचालन पश्चिम मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन द्वारा किया जा रहा है।

जागृति बाल गृह में 06 से 18 वर्ष तक के बालक रहते है। संस्था में बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए आवास, भरण-पोषण, शिक्षा एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था है। इन सभी बालकों को अच्छी शिक्षा हेतु स्कूलों में दाखिला दिलाया गया है। जागृति बालगृह में बालकों के लिए बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ उनके लिए शिक्षकों, योग प्रशिक्षक, काउंसलर, लायब्रेरी, स्मार्ट क्लास, स्पोकन इंग्लिश, शतरंज, टाइपिंग, शार्टहैंड, टैली एवं ऑनलाइन क्लास हेतु कंप्यूटरों की व्यवस्था की गई है। इन बालकों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ उन्हे समाज में बेहतर स्थान दिलाने एवं जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में भरसक प्रयास किये जा रहे हैं।

महिला कल्याण संगठन द्वारा संचालित इस केंद्र में वर्तमान में 22 बच्चे रह रहे हैं। केन्द्र में बना भोजन ही बच्चों को दिया जाता है। संस्था का 01 पूर्व बालक टेली अकाउटेंट के पद पर कार्यरत है और 01 बालक होटल मैनेजमेंट संस्था में अध्ययनरत है।
जगृति बाल केंद्र के अतिरिक्त पश्चिम मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन द्वारा लोगों को शुद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण खान-पान प्रदान करने के उदेश्य से ‘‘आपकी रसोई‘‘ का संचालन भी किया जा रहा है। उनके मार्गदर्शन में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर उपलब्ध कराये जाते हैं।

आपकी रसोई में कार्यरत बेटी का होगा विवाहः-

महिला संगठन द्वारा जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में आपकी रसोई में कार्यरत एक साधारण परिवार की बेटी की संगठन की महिलाओं द्वारा घर गृहस्थी की बुनियादी जरूरतों का पूरा ध्यान रखते हुए आर्थिक सहयोग राशि एवं सामान देकर उसकी गृहस्थी बसाने के लिए सभी सदस्याओं द्वारा प्रयास किया।