इस बार छत्तीसगढ़ में मानसून तय समय से 14 दिन पहले ही पहुंच चुका है और अब पूरे राज्य में इसका प्रभाव तेजी से दिखने लगा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) रायपुर ने चेतावनी जारी की है कि 1 से 3 जुलाई तक प्रदेश के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। खासकर सरगुजा संभाग में स्थिति ज्यादा गंभीर हो सकती है। मानसून की सक्रियता इतनी ज्यादा है कि इस बार पुराने रिकॉर्ड भी टूट सकते हैं।
सरगुजा संभाग में अति भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार सरगुजा, कोरिया, बलरामपुर-रामानुजगंज, सूरजपुर, जशपुर और मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिलों को विशेष सतर्क रहने की जरूरत है। इन जिलों में 1 से 3 जुलाई के बीच मूसलधार बारिश की संभावना जताई गई है। विभाग का कहना है कि इन इलाकों में पानी भरने, भूस्खलन और निचले क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बन सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
तेज हवा और बिजली गिरने का भी खतरा
भारी बारिश के साथ-साथ इस दौरान तेज हवाएं भी चलेंगी, जिनकी गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। इसके साथ ही बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है, जिससे लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। प्रशासन को भी सतर्क रहने और जरूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को खुले मैदानों में न जाने और पेड़ों के नीचे खड़े न होने की चेतावनी दी गई है।
तोड़ सकता है पुराना मानसून रिकॉर्ड
इस बार का मानसून अब तक के सभी रिकॉर्डों को पीछे छोड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार अगर अनुमान के मुताबिक बारिश होती है, तो यह अब तक की सबसे तेज और भारी बारिश में शुमार हो सकती है। राज्य भर में मानसून की रफ्तार और बारिश की तीव्रता को देखते हुए प्रशासन ने भी सभी जिलों में आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट मोड में रखा है। लोगों से अपील की गई है कि वे मौसम की जानकारी पर नजर रखें और जरूरी एहतियात बरतें।