Indore News : इंदौर के चर्चित ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। शिलॉन्ग में हनीमून के दौरान हुई इस हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने इसे एक सोची-समझी साजिश करार दिया है।
चार्जशीट में मुख्य आरोपी मृतक की पत्नी सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा को बताया गया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह हत्या आवेश में नहीं, बल्कि महीनों की प्लानिंग के बाद की गई थी।
चार्जशीट के मुताबिक, साजिश की जड़ें इतनी गहरी थीं कि हनीमून पर निकलने से पहले ही सोनम ने अपनी ‘विदाई’ की तैयारी कर ली थी। उसने इंदौर से शिलॉन्ग रवाना होने से ठीक पहले अपने कपड़ों और निजी सामान से भरा एक काला ट्रॉली बैग प्रेमी राज कुशवाहा को सौंप दिया था। राज ने यह बैग अपने दोस्त विशाल चौहान के घर रखवा दिया था। यह इस बात का सबसे पुख्ता सबूत है कि सोनम ने तय कर लिया था कि वह राजा के साथ वापस नहीं लौटेगी, बल्कि हत्या के बाद प्रेमी के साथ नई जिंदगी शुरू करेगी।
सेल्फी पॉइंट पर मौत का इशारा
मेघालय पुलिस ने चार्जशीट में शिलॉन्ग के पास वाइसाडोंग स्थित सेल्फी पॉइंट पर हुए घटनाक्रम का विस्तार से जिक्र किया है। पुलिस ने आरोपियों के बयानों के आधार पर क्राइम सीन रिक्रिएट किया। घटना वाले दिन राजा अपनी पत्नी सोनम के साथ सेल्फी पॉइंट पर फोटो क्लिक करवा रहा था। उसे अंदाजा नहीं था कि वहां मौजूद उसके ‘दोस्त’ असल में हत्यारे हैं।
मौका देखते ही सोनम ने वहां पहले से मौजूद आरोपी रोहित चौहान को इशारा किया। उसने कहा, ‘यहीं काम खत्म करो… इसके बाद मौका नहीं मिलेगा।’ सोनम का इशारा मिलते ही रोहित और आनंद ने अपनी स्कूटी की डिक्की से ‘डाउ’ (मेघालय में लकड़ी काटने वाला धारदार हथियार) निकाला। राजा का ध्यान भटकाने के लिए सोनम टॉयलेट की तरफ चली गई। इसी बीच आरोपियों ने राजा के सिर पर हथियार से जोरदार वार किया। उसके गिरते ही तीनों ने मिलकर लाश को गहरी खाई में फेंक दिया।
बुर्का पहनकर लौटी और प्रेमी के साथ रहने लगी
हत्या को अंजाम देने के बाद सोनम ने पहचान छिपाने के लिए बुर्का पहना और शिलॉन्ग से इंदौर का सफर तय किया। इंदौर के लवकुश चौराहे पर बस से उतरकर वह ऑटो से सीधे प्रेमी राज के घर पहुंची। वहां चार दिन रहने के बाद दोनों ने देवास नाके के पास एक अपार्टमेंट में किराए का फ्लैट लिया और साथ रहने लगे। पुलिस को गुमराह करने के लिए शुरुआत में इसे गुमशुदगी या लूट का मामला बनाने की कोशिश की गई थी।
तकनीकी जांच ने खोला राज
शिलॉन्ग पुलिस ने जांच के दौरान हजारों मोबाइल नंबरों का डेटा और टावर लोकेशन खंगाली। जांच में पता चला कि इंदौर निवासी विशाल चौहान, आनंद कुर्मी और राज सिंह कुशवाहा हत्या के वक्त शिलॉन्ग में ही मौजूद थे। वहीं, एक अन्य आरोपी आकाश सिंह राजपूत की लोकेशन उत्तर प्रदेश के ललितपुर में मिली।
इसके बाद मेघालय पुलिस ने दो टीमें गठित कीं। 8 जून 2025 को एक साथ दबिश देकर ललितपुर से आकाश और इंदौर-सागर से राज, विशाल और आनंद को हिरासत में लिया गया। सख्ती से पूछताछ में उन्होंने कबूला कि सोनम जिंदा है और वही इस हत्याकांड की मास्टरमाइंड है।