राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक बड़ा मोड़ सामने आया है। शिलांग पुलिस अब सोनम रघुवंशी के लैपटॉप की तलाश में सक्रिय हो गई है। माना जा रहा है कि इस डिवाइस में हत्या से जुड़े कई डिजिटल साक्ष्य मौजूद हो सकते हैं, जिनमें प्लानिंग, बातचीत, लेनदेन से लेकर कई अन्य अहम जानकारियां हो सकती हैं। यही कारण है कि पुलिस इस लैपटॉप को इस केस की सबसे अहम कड़ी मान रही है।
शिलॉन्ग जेम्स ने डर के मारे नाले में फेंका लैपटॉप!
जानकारी के मुताबिक, शिलॉन्ग जेम्स नामक व्यक्ति ने सोनम का लैपटॉप जानबूझकर एक नाले में फेंक दिया। उसे यह आशंका थी कि इस डिवाइस में राजा रघुवंशी की हत्या से जुड़ी गुप्त जानकारियां हो सकती हैं, और यदि ये पुलिस के हाथ लग जाती हैं, तो वह खुद भी इस साजिश में फंस सकता है। इसी डर से उसने सबूत नष्ट करने की कोशिश की।
सबूतों की अहमियत बढ़ी, तेजी से जारी है सर्च ऑपरेशन
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह लैपटॉप हत्या की पारदर्शी जांच और साजिश का पर्दाफाश करने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। शिलांग पुलिस की टीमें उस क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रही हैं जहां लैपटॉप को फेंके जाने की आशंका जताई जा रही है। खोजबीन में तकनीकी टीमों और क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है।
डिजिटल फॉरेंसिक से खुलेगा राज?
अगर पुलिस यह लैपटॉप बरामद करने में सफल होती है, तो इसे डिजिटल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके जरिए यह पता लगाया जा सकता है कि किसने, कब, और कैसे राजा रघुवंशी की हत्या की योजना बनाई, और क्या सोनम व अन्य लोग इसमें सीधे तौर पर शामिल थे।
पुलिस ने बरती गोपनीयता, बढ़ाई निगरानी
इस पूरे घटनाक्रम को देखते हुए पुलिस ने मामले से जुड़ी जानकारी को बेहद गोपनीय रखा है और संदिग्धों पर नजर बनाए रखी है। शिलांग पुलिस का दावा है कि जल्द ही उन्हें इस केस में ठोस डिजिटल सबूत मिल सकते हैं, जिससे हत्याकांड की परतें एक-एक कर खुलती जाएंगी।