राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम रघुवंशी और राज कुशवाह के नार्को टेस्ट की मांग की गई है। राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी का कहना है कि पूछताछ में दोनों एक-दूसरे को मास्टरमाइंड बता रहे हैं और जांच को गलत दिशा में ले जा रहे हैं। इससे जांच किसी एक दिशा में नहीं जा पा रही है तो सचिन रघुवंशी का मानना है कि इस षडयंत्र में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। इसलिए इनका नार्को टेस्ट अवश्य ही कराना चाहिए।
क्या है नार्को टेस्ट
नार्को परीक्षण या नार्को एनालिसिस एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी व्यक्ति को कुछ दवाएं दी जाती हैं, जो व्यक्ति को आंशिक रूप से बेहोशी अवस्था में ले जाती हैं। इस तकनीक का उपयोग मुख्य रूप से उन लोगों से छिपी हुई जानकारी निकलवाने के लिए किया जाता है जो नियमित पूछताछ के दौरान सहयोग करने के इच्छुक नहीं होते। या बार- बार अपने बयान बदल कर जांच को गुमराह करने का प्रयास करते है। ऐसी स्थिति में आरोपियों का नार्को टेस्ट करके पुलिस रिमांड में जो सच है उसे उगलवाया जाता है।
मेघालय पुलिस कर रही है पुछताछ
राजा रघुवंशी हत्याकांड में सोनम रघुवंशी और उसके प्रेमी राज कुशवाह सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर मेघालय पुलिस पूछताछ कर रही है। इधर इंदौर में राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने सोनम और राज के नार्को टेस्ट की मांग की है। उनका कहना है कि इसके बाद ही हत्या का असली सच सामने आ पाएंगा।
राजा के भाई सचिन रघुवंशी ने कहा कि ये अकेले मिलकर इतनी बड़ी साजिश नहीं रच सकते। इस षडयंत्र में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जो अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। दोनों के नार्को टेस्ट कराने के बाद उनके नाम भी सामने आ सकते हैं।
राजा के परिवार का मानना है कि सोनम के परिवार को उसके और राज के संबंधों की जानकारी थी। खासकर सोनम की मां को। लेकिन इसके बाद भी परिवार के दबाव में सोनम ने राजा से 11 मई को शादी करी दी जबकि वह इस शादी को देर से कराने का कह रहे थे।