माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान (आरबीएसई) ने आगामी शैक्षणिक सत्र के लिए कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं का टाइम टेबल जारी कर दिया है। बोर्ड के अनुसार दोनों कक्षाओं की लिखित परीक्षाएं 12 फरवरी 2026 से शुरू होंगी। परीक्षाएं बोर्ड मुख्यालय अजमेर की निगरानी में पूरे प्रदेश के निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर कराई जाएंगी।
समय सारिणी जारी होने के साथ ही राज्यभर के लाखों विद्यार्थियों और अभिभावकों की प्रतीक्षा खत्म हो गई है। अब विद्यार्थी विषयवार तिथियों के अनुसार पुनरावृत्ति और मॉडल पेपर हल करने की योजना बना सकेंगे। बोर्ड ने कहा है कि परीक्षा केंद्रों पर इस बार भी नकल पर रोक और अनुशासन बनाए रखने के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक विस्तृत विषयवार कार्यक्रम बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट और अन्य माध्यमों से सार्वजनिक किया गया है। इसमें परीक्षा की तारीख, दिन और संबंधित कक्षा/विषय का स्पष्ट उल्लेख है। विद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वे समय सारिणी की प्रति नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित कर छात्रों को समय से अवगत कराएं।
कक्षा 10 और 12 की परीक्षाएं एक ही चरण में
राजस्थान बोर्ड के कैलेंडर के अनुसार इस बार भी कक्षा 10 (माध्यमिक) और कक्षा 12 (उच्च माध्यमिक) की मुख्य परीक्षाएं एक ही परीक्षा सत्र में आयोजित होंगी। दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं 12 फरवरी 2026 से अलग-अलग तिथियों पर, निर्धारित क्रम में कराई जाएंगी। विज्ञान, वाणिज्य और कला संकाय के विद्यार्थियों के विषय अलग-अलग दिनों में रखे गए हैं, ताकि परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्थाओं का दबाव नियंत्रित रह सके।
कक्षा 10 के लिए अनिवार्य विषयों जैसे हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की परीक्षाएं समय सारिणी के शुरुआती और मध्यम चरणों में रखी गई हैं। वैकल्पिक और भाषा विषयों के पेपर कार्यक्रम के बाद के हिस्से में निर्धारित किए गए हैं। वहीं कक्षा 12 के लिए संकायवार मुख्य विषयों को विद्यार्थियों की सुविधा और केंद्र आवंटन को ध्यान में रखते हुए क्रमबद्ध किया गया है।
बोर्ड के कार्यक्रम के तहत प्रत्येक परीक्षा के बीच आमतौर पर पर्याप्त अंतर दिया गया है, ताकि विद्यार्थी पुनरावृत्ति कर सकें। हालांकि, कुछ विषय लगातार नजदीकी तिथियों पर भी रखे गए हैं, जिनके लिए विद्यार्थियों को पहले से तैयारी रखने की सलाह दी जा रही है।
केंद्रों पर सख्त सुरक्षा, नकल पर निगरानी
आरबीएसई ने स्पष्ट किया है कि परीक्षाओं के दौरान सुरक्षा और गोपनीयता सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। बोर्ड की ओर से जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय कर परीक्षा केंद्रों पर सख्त निगरानी की रूपरेखा तैयार की जा रही है। प्रश्नपत्रों के परिवहन, रख-रखाव और खोलने की प्रक्रिया निर्धारित दिशा-निर्देशों के तहत की जाएगी।
राज्य के सभी जिलों के परीक्षा केंद्रों पर केंद्राधीक्षक और पर्यवेक्षकों की तैनाती की जाएगी। बोर्ड ने संकेत दिया है कि परीक्षा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी, अनुचित साधनों के उपयोग या सामूहिक नकल की शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। आवश्यक होने पर संबंधित केंद्र के खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पिछले वर्षों की तरह इस बार भी संवेदनशील माने जाने वाले केंद्रों पर अतिरिक्त निगरानी की व्यवस्था होगी। बोर्ड का कहना है कि सख्त सुरक्षा व्यवस्था का उद्देश्य केवल नकल रोकना ही नहीं, बल्कि ईमानदारी से परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के हितों की रक्षा करना भी है।
एडमिट कार्ड, पहचान पत्र और अन्य औपचारिकताएं
बोर्ड परीक्षाओं के एडमिट कार्ड परीक्षाओं से पहले निर्धारित समय पर विद्यालयों के माध्यम से वितरित किए जाएंगे। विद्यालयों को निर्देश दिया जाएगा कि वे प्रत्येक विद्यार्थी को नाम, विषय, परीक्षा केंद्र और रोल नंबर आदि विवरण सही तरह से मिलान कर एडमिट कार्ड दें। किसी त्रुटि की स्थिति में समय रहते सुधार के लिए बोर्ड से संपर्क करने की सलाह दी जाएगी।
विद्यार्थियों के लिए यह अनिवार्य होगा कि वे परीक्षा के प्रत्येक दिन अपना एडमिट कार्ड परीक्षा केंद्र पर साथ लेकर आएं। अधिकांश परीक्षाओं में फोटोयुक्त पहचान पत्र भी मांगा जाता है, इसलिए विद्यार्थियों को वैध पहचान पत्र तैयार रखने की जरूरत होगी। बिना एडमिट कार्ड या आवश्यक दस्तावेज के किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा कक्ष में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
बोर्ड के नियमों के अनुरूप परीक्षा कक्ष में मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच, ब्लूटूथ उपकरण या किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाना प्रतिबंधित रहेगा। विद्यार्थियों को केवल पारदर्शी पेन, परीक्षा से संबंधित अनुमति प्राप्त सामग्री और साधारण घड़ी रखने की अनुमति दी जाती है। नियमों का उल्लंघन करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
विद्यार्थियों के लिए तैयारी का अंतिम चरण
समय सारिणी जारी होने के बाद अब विद्यार्थियों के लिए बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि टाइम टेबल सामने आने के बाद विद्यार्थियों को अपने कमजोर विषयों की पहचान कर उन पर अधिक समय देना चाहिए। साथ ही, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल कर परीक्षा पैटर्न और समय प्रबंधन पर ध्यान देना लाभदायक होगा।
शिक्षकों का सुझाव है कि विद्यार्थी रोजाना निश्चित घंटे की पढ़ाई तय करें और बीच-बीच में छोटे अंतराल लें, ताकि थकान न हो। बोर्ड परीक्षा से पहले के सप्ताहों में नई सामग्री शुरू करने के बजाय पहले से पढ़े गए विषयों की पुनरावृत्ति पर जोर देने की सलाह दी जा रही है। पर्याप्त नींद और स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी जरूरी माना जा रहा है।
अभिभावकों की भूमिका भी इस अवधि में महत्वपूर्ण रहती है। वे बच्चों पर अनावश्यक दबाव डालने के बजाय सकारात्मक माहौल बनाए रखें और समय-समय पर उनकी प्रगति पर शांतिपूर्वक चर्चा करें। घर के वातावरण को अध्ययन के अनुकूल बनाने से विद्यार्थियों को बेहतर एकाग्रता मिल सकती है।
पिछले सत्रों का अनुभव और इस बार की उम्मीदें
पिछले शैक्षणिक सत्रों में भी राजस्थान बोर्ड की परीक्षाएं कड़ी निगरानी में संपन्न कराई गई थीं। तब हुई व्यवस्थाओं के अनुभव के आधार पर इस बार सुरक्षा और प्रबंधन को और व्यवस्थित बनाने की कोशिश की जा रही है। बोर्ड का लक्ष्य है कि सभी परीक्षाएं शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और समय पर पूरी हो सकें।
पिछली परीक्षाओं में मिले फीडबैक के आधार पर कई जिलों में परीक्षा केंद्रों के पुनर्गठन और सुविधाओं में सुधार की प्रक्रिया जारी है। जहां आवश्यक होगा, वहां अतिरिक्त कक्ष, पेयजल, प्रकाश और बैठने की व्यवस्था मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा।
बोर्ड ने संकेत दिया है कि परीक्षाओं के पूरा होने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य को भी तय समय सीमा में निपटाने की योजना है, ताकि परिणाम घोषित करने में विलंब न हो। हालांकि, परिणाम जारी करने की संभावित तिथि बोर्ड बाद में अलग से अधिसूचित करेगा।
फिलहाल बोर्ड, स्कूलों और विद्यार्थियों के लिए प्रमुख प्राथमिकता 12 फरवरी 2026 से शुरू होने वाली परीक्षाओं की सुचारु तैयारी और संचालन है। शिक्षा विभाग उम्मीद कर रहा है कि सभी हितधारकों के सहयोग से इस बार भी राजस्थान बोर्ड की परीक्षाएं व्यवस्थित ढंग से संपन्न होंगी और विद्यार्थी अपनी मेहनत के अनुरूप प्रदर्शन कर पाएंगे।