शहर की हरियाली के लिए राजपूत समाज का एक पेड़ मां के नाम अभियान, सुपर कारिडोर पर रोपेगा ग्यारह हजार पौधे

इन्दौर: देवी अहिल्या की नगरी इन्दौर शहर को हरियाली में भी नंबर-1 बनाने के लिए 51 लाख पौधे लगाने के अभियान में राजपूत समाज भी अपनी भागीदारी दर्ज कराएगा। इसके लिए राजपूत समाज एक पेड़ मां के नाम लगाने के लिए समाज बंधुओं को प्रेरित करेगा। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, सर्व राजपूत समाज एवं अखिल भारतीय युवा क्षत्रिय महासभा की मेजबानी में आयोजित होने वाले वृक्षारोपण अभियान के तहत 11 हजार पौधों का रोपण सुपर कारिडोर पर किया जाएगा। अखिल भारतीय युवा क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष कुं. विरेंद्रसिंह चौहान (पप्पू ठाकुर) ने बताया कि शहर की हरियाली व खुशहाली के लिए बुधवार को एसजीएसआईटीएस के गोल्डन जुबली आडिटोरियम सभागृह में राजपूत समाज समाज की वृहद बैठक आयोजित की गई।

जिसमें पुरूषों के साथ-साथ समाज की महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुई। बैठक के दौरान सभी समाज बंधुओं को वृक्षारोपण करने का संकल्प भी दिलवाया गया। चौहान ने बताया कि राजपूत समाज द्वारा सुपर कारिडोर पर 11 हजार पौधे का रोपण किया जाएगा एवं इसके संरक्षण की जिम्मेदारी पर्यावरण प्रेमियों को सौंपी जाएगी। इसके लिए समाज द्वारा 100 कार्यकर्ताओं की टीम का गठन किया जाएगा एवं सभी सदस्यों को पौधों को पेड़ बनाने की शपथ के साथ उनके संरक्षण की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

कार्यक्रम के दौरान सभी पदाधिकारियों व समाज बंधुओं को हम सबने ठाना हैं पर्यावरण में इन्दौर को नंबर 1 बनाना है कि शपथ भी दिलवाई गई। कार्यक्रम में राजपूत समाज के पदाधिकारियों द्वारा कैलाश विजयवर्गीय जी का सम्मान भी महाराणा प्रताप की फोटो फ्रेम भेंट कर किया गया। कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मैंदोला, गोलू शुक्ला, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, गौरव रणदीवे, जयपालसिंह चावड़ा, अभा क्षत्रिय महासभा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजयसिंह परिहार, राजेंद्रसिंह सोलंकी (सनावद), मुकेशसिंह गौतम, दीपेंद्रसिंह सोलंकी, गोविंदसिंह परिहार, विक्की ठाकुर, तुलसीराम रघुवंशी, आशुतोष शेखावत, राहुल जादौन, अजय सिसौदिया, सुनील परिहार, दीपक राजपूत, माला ठाकुर, ज्योति तोमर, अंतरसिंह दरबार सहित राजपूत समाज की महिलाएं व पुरूष उपस्थित थे।

एक पेड़ बनाने में एक शिव मंदिर बनाने जितना पुण्य प्राप्त होता है

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमने सीमेंट के जंगल तो बहुत बना लिए लेकिन हरियाली के जंगल लगाना भूल गए। इसी के परिणाम हमें भीषण गर्मी और जल संकट से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि शहर की चारों दिशाओं में 51 लाख पौधों का रोपण होगा। जिसमें से 30 लाख गड्ढे खोदे जा चुके हैं जिसमें शहरी सीमा के साथ-साथ ग्रामीण सीमा भी शामिल है। इन गड्ढ़ों की गिनती के साथ ही वीडियोग्राफी भी की जा रही है। शहर में 51 लाख पौधे लगाने का रिकार्ड गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में भी दर्ज होगा जिसके लिए भी टीम बहुत जल्द आने वाली है।

विजयवर्गीय ने आगे कहा कि 25 लाख पौधे साऊथ से आ रहे हैं। इनकी कीमत भी जनसहयोग से ही दी जाएगी। साऊथ पौधे बुलवाने का उद्देश्य यह है कि वहां के पौधों की क्षमता अन्य पौधों से अधिक होती है और यह जल्द बड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि इन्दौर शहर की पहचान जो पहले बागों के आधार पर थी उसी पहचान को पुन: लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक पेड़ बनाने में एक शिव मंदिर बनाने जितना पुण्य प्राप्त होता है। वहीं महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अपने उद्बोधन में कहा कि राजपूत समाज ने जो हरियाली के लिए पौधारोपण का जो संकल्प लिया है वह सकारा होगा और अपना शहर बागों का शहर बनेगा।

राजपूत समाज जहां पौधे रोपेगा वह महाराणा प्रताप वन कहलाएगा

राजपूत समाज के पौधोरोपण संकल्प पर कैलाश जी ने कहा कि राजपूत समाज जहां-जहां पौधों का रोपण करेगा उस क्षेत्र का नाम महाराणा प्रताप वन रखा जाएगा। वहीं बिजासन टेकरी पर सिर्फ मातृशक्तियां पौधों का रोपण करेंगी और वहां का नाम मातृशक्ति वन रखा जाएगा।