Raksha Bandhan 2024: सही कहा आपने। रक्षाबंधन भाई-बहन के रिश्ते की मिठास और सुरक्षा का प्रतीक है। इस साल यह पर्व 19 अगस्त को मनाया जाएगा, और इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके खुशहाल जीवन की कामना करेंगी, वहीं भाई अपनी बहनों को सुरक्षा का वचन देंगे। वाकई, इस साल रक्षाबंधन का मुहूर्त बहुत विशेष है।
इस दिन कई शुभ योगों का संयोग बन रहा है, जो इसे और भी महत्वपूर्ण बना देता है। सर्वार्थ सिद्धि, अमृत योग, आयुष्मान योग, सौभाग्य योग, और अन्य शुभ संयोगों के कारण यह दिन खास अवसर पर मनाया जाएगा। यह संयोग कृषि क्षेत्र के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। 37 वर्षों बाद ऐसा संयोग बनने से रक्षाबंधन का महत्व और बढ़ गया है।
इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा और ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं होगा, जो इस पर्व को और भी शुभ बनाता है। भद्रा का पाताल लोक में रहने से उसका अशुभ प्रभाव मान्य नहीं होगा।
रक्षाबंधन पर विशेष नक्षत्रों और चौघड़िया मुहूर्त का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है:
– श्रवण नक्षत्र: सुबह 8:27 बजे तक रहेगा, इसके बाद *धनिष्ठा नक्षत्र* लग जाएगा।
– शुभ चौघड़िया मुहूर्त: सुबह 9:00 से 10:30 बजे तक शुभ, दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक चर, 3:00 से 4:30 बजे तक लाभ, और शाम 4:30 से 6:00 बजे तक अमृत रहेगा।
इस साल का यह विशेष योग अन्न और धनधान्य के लिए भी अच्छे अवसर ला सकता है।
19 अगस्त को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
पूर्णिमा तिथि की शुरुआत- 18 अगस्त को रात्रि एक बजकर 57 मिनट से।
रक्षाबंधन अनुष्ठान का समय- दोपहर एक बजकर दो मिनट से रात नौ बजकर 17 मिनट तक।
दोपहर का मुहूर्त- दोपहर एक बजकर 2 मिनट से शाम चार बजकर 43 मिनट तक।
प्रदोष काल मुहूर्त- शाम छह बजकर 53 मिनट से रात आठ बजकर 15 मिनट तक।
पूर्णिमा तिथि समाप्त- 19 अगस्त को रात्रि 12 बजकर चार मिनट तक।