रक्षा-सूत्र केवल धागा नहीं संकल्प है लाड़ली बहनों की रक्षा का, सहयोग का और स्वप्नों को साकार करने का : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

रक्षाबंधन के पावन पर्व पर उज्जैन स्थित रघुनंदन गार्डन में आयोजित लाड़ली बहन रक्षाबंधन समारोह में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बहनों के प्रति स्नेह, सम्मान और समर्पण का भावपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज वे जिस भी स्थान पर हैं, उसका श्रेय महाकाल बाबा के आशीर्वाद के साथ-साथ प्रदेश की लाड़ली बहनों के प्रेम और विश्वास को जाता है।

मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह पर्व केवल बहन द्वारा भाई की कलाई पर राखी बांधने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा पवित्र संकल्प है जिसमें बहन की रक्षा, उसके सपनों का सहयोग और उसकी खुशियों की जिम्मेदारी निहित होती है। उन्होंने कृष्ण और द्रौपदी के प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान कृष्ण ने रक्षा-सूत्र का मान रखते हुए हर परिस्थिति में अपनी बहन द्रौपदी की रक्षा की। इसी तरह बहनों की रक्षा करना हर भाई का परम कर्तव्य है।

लाड़ली बहनें समाज की शक्ति और समृद्धि का आधार

मुख्यमंत्री ने माता पार्वती के कालिका स्वरूप का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे देवी शक्ति विपत्ति के समय कष्टों का निवारण करती हैं, वैसे ही प्रदेश की लाड़ली बहनें भी समाज के हर दुख-दर्द को दूर करने वाली शक्तियों के रूप में उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि बहनों, बुआओं और बेटियों के बिना पारिवारिक, सामाजिक और आर्थिक समृद्धि की कल्पना अधूरी है।

बहनों के सशक्तिकरण की दिशा में राज्य सरकार की योजनाएं

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाया गया ऑपरेशन सिंदूर इस बात का प्रतीक है कि देश अपनी बहनों के सम्मान और सुरक्षा के लिए संकल्पित है। लखपति दीदी और ड्रोन दीदी जैसी योजनाएं बहनों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास हैं।

राज्य सरकार की ओर से लाड़ली बहनों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि वर्तमान में बहनों को दी जा रही 1250 रुपए की मासिक राशि को बढ़ाकर भाईदूज से 1500 रुपए कर दिया जाएगा। इसके अलावा जो बहनें कारखानों में कार्यरत हैं, उन्हें प्रति माह 5000 रुपए की राशि 10 वर्षों तक प्रदान की जाएगी। स्वरोजगार से जुड़ने की इच्छुक बहनों को शासन हर प्रकार की मदद उपलब्ध कराएगा।

उत्सव की शुरुआत झूला झुलाने और कन्या पूजन से

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत भावनात्मक अंदाज़ में लाड़ली बहनों को झूला झुलाकर की। दीप प्रज्वलन और कन्या पूजन के साथ कार्यक्रम को धार्मिक और सांस्कृतिक स्वरूप प्रदान किया गया। कन्याओं को स्कूल बैग और पुस्तकें भी भेंट की गईं।

कार्यक्रम में भावनाओं की उस समय पराकाष्ठा देखने को मिली जब मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहनों पर पुष्पवर्षा की और उनसे राखी बंधवाई। बहनों ने उन्हें हस्तनिर्मित राखी भेंट की। अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने ‘फूलों का तारों का, सबका कहना है… एक हज़ारों में मेरी बहना है’ गीत गाकर बहनों के प्रति अपनी कृतज्ञता और भावनाएं प्रकट कीं।

कार्यक्रम में सभी जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति

इस भव्य रक्षाबंधन उत्सव में महापौर मुकेश टटवाल, सभापति कलावती यादव, संजय अग्रवाल, रवि सोलंकी, पार्षदगण सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। बहनों की उपस्थिति ने आयोजन को अत्यंत जीवंत और भावनात्मक बना दिया।