अयोध्या में एक बार फिर से प्राण प्रतिष्ठा का शुभ अवसर आया है। इसकी जानकारी मिलते ही कई भक्त अयोध्या की ओर ना चल पड़े इसको लेकर राममंदिर प्रबंधक ने देशवासियों से अपील की है कि राम मंदिर में रामदरबार की प्राण- प्रतिष्ठा हो रही है ऐसा सुनकर भक्त अयोध्या ना आए। अभी अयोध्या में लाखों भक्तों के आगमन को लेकर कोई तैयारी नहीं की गई है। देश में एक बार फिर राम जन्मभूमि मंदिर पर ऐतिहासिक पल का आयोजन हो रहा है। यहां 3 जून से 5 जून को होने वाली राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरी अयोध्या में व्यापक तैयारियां चल रही है। लेकिन इसी बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने श्रद्धालुओं से एक खास अपील की जिससे भक्तों का उत्साह तो कम हो गया है लेकिन खुशी कई गुना बढ़ गई है।
अयोध्या न आएं – चंपत राय
चंपत राय ने भावुक होते हुए कहा, “यह आयोजन भव्य जरूर है, लेकिन अभी यह आमंत्रण के लिए नहीं है।” उन्होंने साफ किया कि 3, 4 और 5 जून को होने वाले अनुष्ठानों में किसी को भी औपचारिक रूप से आमंत्रित नहीं किया गया है। इसलिए वे भक्तों से अनुरोध करते हैं कि केवल वे ही अयोध्या आएं, जिन्हें वास्तव में रामलला के दर्शन की गहरी श्रद्धा और आवश्यकता हो। ट्रस्ट महासचिव ने बताया कि अभी मौसम प्रतिकूल है और मंदिर निर्माण की कुछ प्रमुख प्रक्रियाएं भी जारी हैं, जिससे दर्शन व्यवस्था पूरी तरह सुचारु नहीं हो पाई है। राम दरबार और परकोटे के अन्य मंदिरों के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को कुछ और धैर्य रखना होगा।
राजा के रुप में विरोजेंगे ‘श्री राम’
22 जनवरी 2024 को भगवान राम की बाल स्वरूप में प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। अब 5 जून को उन्हें राजा के रूप में प्रतिष्ठित किया जाएगा। इस अवसर से मंदिर की आध्यात्मिक भव्यता और ऐतिहासिक महत्व को नया आयाम मिलेगा। मंदिर के प्रथम तल पर भव्य राम दरबार की स्थापना की जा चुकी है। इस दरबार में भगवान श्रीराम और माता सीता सिंहासन पर विराजमान हैं। लक्ष्मण और हनुमान चरणों में folded hands के साथ बैठे हैं, और भरत-शत्रुघ्न दोनों ओर खड़े हैं। यह दृश्य प्रभु श्रीराम के राज्याभिषेक के काल को जीवंत करता है।
कलश यात्रा से शुरू हुआ आयोजन
2 जून की शाम को सरयू तट से जल कलश यात्रा शुरू होगी, जो इस विशेष धार्मिक अध्याय की शुरुआत होगी। 3 जून को सुबह 6:30 बजे से विशेष अनुष्ठान शुरू होगा, जो पूरे वातावरण को रामभक्ति रस में डुबो देगा। यहां के एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने भरोसा दिलाया है कि सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि श्रद्धालु बिना परेशानी के दर्शन कर सकें और किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। तो अगर आप ‘प्राण प्रतिष्ठा’ शब्द सुनकर अयोध्या आने की सोच रहे हैं, तो थोड़ा ठहरें। यह आयोजन बेहद पवित्र है, लेकिन फिलहाल इसकी गरिमा को बनाए रखने के लिए संयम आवश्यक है।