कल मनाई जाएगी देश भर में रामनवमी, जानें शुभ मुहूर्त और विधि

रामनवमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहार है, जो हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन भगवान श्री राम के जन्म का दिन है, जिसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

इस साल, रामनवमी 6 अप्रैल 2025 को मनाई जाएगी। आइए जानते हैं इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त और उसकी विधि।

Ram Navami 2025 : पूजा का शुभ मुहूर्त

रामनवमी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त कल 6 अप्रैल 2025 को सुबह 11 बजकर 8 मिनट से शुरू होगा और यह 1 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। इस समय में पूजा करने से विशेष लाभ होता है, क्योंकि इसे विशेष रूप से पवित्र और शुभ माना जाता है।

रामनवमी की पूजा विधि

रामनवमी के दिन पूजा की विधि में कुछ खास कदम होते हैं, जिन्हें आपको ध्यान से करना चाहिए:

  • प्रारंभिक तैयारी: सबसे पहले, प्रात:काल जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें। इसके बाद, मंदिर या घर के पूजा स्थल की साफ-सफाई करें।
  • पूजा सामग्री: पूजा की शुरुआत में जल, अक्षत (चिउड़े), पुष्प लेकर व्रत का संकल्प लें। फिर, भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की तस्वीर या प्रतिमा रखें।
  • भगवान का आह्वान: भगवान राम को गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं और उन्हें नए वस्त्र और आभूषण पहनाएं।
  • भोग अर्पित करें: भगवान को फल, फूल, मिठाई, खीर, और पंजीरी का भोग अर्पित करें। पूजा में तुलसी दल का प्रयोग करना अनिवार्य है।
  • धूप-दीप जलाना: पूजा स्थल पर धूप और दीप जलाएं और भगवान के मंत्रों का जाप करें।
  • रामचरितमानस और रामायण का पाठ: पूजा के दौरान रामचरितमानस या रामायण का पाठ करना शुभ होता है।
  • आरती: पूजा के अंत में भगवान राम की आरती करें और उनके चरणों में श्रद्धा से प्रणाम करें।

रामनवमी पर भगवान को कौन से भोग अर्पित करें?

रामनवमी के दिन विशेष रूप से पंजीरी और खीर का भोग भगवान राम को अर्पित किया जाता है। इसके अलावा फल, मिठाई, और अन्य स्वादिष्ट भोग भी चढ़ाए जा सकते हैं। इन सभी भोगों को भगवान की पूजा के बाद श्रद्धा और आस्था से ग्रहण करें।

रामनवमी का महत्व

रामनवमी का पर्व केवल भगवान राम के जन्म का उत्सव नहीं है, बल्कि यह दिन धर्म, सत्य और अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम की पूजा करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है।

इस प्रकार, रामनवमी के दिन पूजा विधि का पालन करके और विशेष भोग अर्पित करके आप अपने जीवन को सकारात्मक ऊर्जा से भर सकते हैं और भगवान राम की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।