स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
संसद के बजट सेशन के आखिरी दिन लोकसभा में शनिवार को राम मंदिर निर्माण के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ चर्चा की शुरुआत हुई। पीएम मोदी शाम को 4.58 बजे बोलने आए और 42 मिनट की स्पीच में अपनी सरकार की 5 साल की उपलब्धियां गिनाईं। मोदी ने अंत में कहा कि राम मंदिर ने देश की भावी पीढिय़ों को देश के मूल्यों पर गर्व करने का मौका दिया। इस विषय पर बोलने में कुछ लोग हिम्मत दिखाते हैं। कुछ मैदान छोडक़र भाग जाते हैं। आज जो व्याख्यान हुए, उसमें संवेदना, सहानुभूति और संकल्प भी है। बुरे दिन कितने भी गए हों, हम भावी पीढ़ी के लिए कुछ ना कुछ करते रहेंगे। सामूहिक संकल्प-शक्ति से परिणाम हासिल करते रहेंगे।
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा
पिछले 5 साल देश के रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म का रहा। पीएम ने कोरोना जैसी विपरीत परिस्थिति में संसद की कार्यवाही, पेपरलेस पार्लियामेंट की शुरुआत और 17वीं लोकसभा में 97 प्रतिशत प्रोडक्टिविटी की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने कोरोना के समय सांसदों के सांसद निधि छोडऩे, सांसदों की 30 फीसदी सैलरी कटौती, संसद की कैंटीन में समान रेट लागू किए जाने को लेकर सांसदों के सहयोग की भी तारीफ की। उन्होंने कोरोना के दौरान कुछ सांसदों के निधन पर भी दुख जताया। पीएम ने नए संसद भवन, सेंगोल की स्थापना, जी-20 के आयोजन पर भी सांसदों के सहयोग की सराहना की। उन्होंने 5 साल के कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने, अंग्रेजों की दंड संहिता हटाकर न्याय संहिता लाने, तीन तलाक कानून, पेपर लीक-चीटिंग बिल, डेटा प्रोटक्शन बिल, 60 से अधिक गैरजरूरी कानूनों को हटाने की भी चर्चा की। प्रधानमंत्री ने कहा- हमारी सरकार ने 16-17 हजार ट्रांसजेंडर्स को आइडेंटिटी दी और पद्म अवॉर्ड दिए। उन्हें पहचान दी। सरकार से जुड़ी योजनाओं का लाभ उन्हें मिलना शुरू हुआ। प्रेग्नेंसी के समय 26 वीक की छुट्टी जैसे फैसलों की चर्चा दुनिया ने की।
मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से मुक्ति इसी सदन ने दीः पीएम मोदी
कितने उतार-चढ़ाव से मुस्लिम बहनें इंतजार कर रही थीं तीन तलाक का। इससे मुक्तिऔर नारी सम्मान का कार्य 17वीं लोकसभा ने किया। सभी सांसदों के विचार कुछ भी रहे हों, लेकिन ये कहेंगे कि न्याय करने के मौके पर हम मौजूद थे। वो बहनेंं हमें आशीर्वाद दे रही हैं।
60 से अधिक गैर जरूरी कानूनों को हमने हटायाः पीएम मोदी
कंपनीज एक्ट, लिमिटेड लाइबिलिटी पार्टनरशिप एक्ट, 60 से अधिक गैरजरूरी कानूनों को हमने हटाया है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए इसकी जरूरत थी। कई कानून ऐसे थे कि छोटे-छोटे वजह से लोगों को जेल में डाल दो। कंपनी है और बाथरूम 6 महीने में व्हाइट वाश नहीं कराया तो जेल में डाल दो। ये जो नागरिक पर भरोसा करने का काम था, ये लोकसभा ने किया। जनविश्वास एक्ट 180 से ज्यादा प्रावधान डीक्रिमिनलाइज करने का काम किया।
पीएम मोदी ने कहा, इसी सदन ने 370 हटाई
इस कार्यकाल में बहुत री-फॉर्म हुए, जो गेम चेंजर हैं। 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव उन सारी बातों में नजर आती है। बड़े बदलाव की तरफ बढ़ रहे हैं। सदन ने अपनी हिस्सेदारी जताई। हम कह सकते हैं कि हमारी अनेक पीढिय़ां, जिन बातों का इंतजार करती थीं, ऐसे बहुत से काम इस 17वीं लोकसभा के माध्यम से पूरे हुए। पीढिय़ों का इंतजार खत्म हुआ। अनेक पीढिय़ों ने एक संविधान का सपना देखा था, हर पल एक दरार दिखती थी, रुकावट चुभती थी। इसी सदन ने 370 हटाकर संविधान के पूर्ण रूप को, पूर्ण प्रकाश के साथ प्रगटीकरण किया। संविधान के 75 वर्ष हुए, जिन महापुरुषों ने संविधान को बनाया, उनकी आत्मा हमें आशीर्वाद देती होगी।