स्वतंत्र समय, नई दिल्ली
बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात रेमल ( Ramal Storm ) देर रात तक तूफान में बदल जाएगा। एमआईडी के वैज्ञानिक सोमनाथ दत्ता के मुताबिक, रेमल 13 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से बंगाल की खाड़ी में उत्तर की ओर बढ़ रहा है। रविवार रात 12 बजे के बाद यह बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल में सागर आइलैंड और बांग्लादेश के खेपुपाड़ा के बीच लैंडफॉल करेगा। इस दौरान करीब 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। उधर, तूफान के कारण कोलकाता का नेताजी सुभाष चंद्र बोस एयरपोर्ट रविवार दोपहर 12 बजे से सोमवार 9 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके चलते 394 फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई हैं।
Ramal Storm से 21 घंटे के लिए बंद हुआ कोलकाता एयरपोर्ट
रेमल तूफान ( Ramal Storm ) से लैंडफॉल के वक्त बंगाल की खाड़ी में 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं। बंगाल और बांग्लादेश के निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। गृह मंत्रालय ने ठऊफऋ की 12 टीमें तैनात की हैं और 5 अतिरिक्त टीम को स्टैंडबाय पर रखा है। जहाजों और विमानों के साथ सेना, नौसेना और कॉस्ट गार्ड टीम भी इमरजेंसी के लिए मुस्तैद है। 22 मई को बंगाल की खाड़ी में एक गहरा दबाव बनते देखा गया, जो जल्द ही चक्रवाती तूफान में बदल गया। 25 मई की सुबह यह चक्रवाती तूफान बांग्लादेश और पूर्वोत्तर भारत की ओर तेजी से बढऩे लगा। तट पर टकराने से पहले ही रविवार को पश्चिम बंगाल, ओडिशा में तेज हवाएं चलने लगी हैं और बारिश शुरू हो गई है। पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना जिले के गोसाबा और सुंदरबन में भारी बारिश हो रही है। वहीं, बक्खाली नदी में भी जलस्तर बढ़ गया है। रेमल के असर से असम, मेघालय में भी तेज बारिश हो सकती है, जबकि मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश में सोमवार को बारिश की चेतावनी जारी की गई है। रेमल रविवार देर रात पश्चिम बंगाल में सागर आइलैंड और बांग्लादेश के खेपुपाड़ा में टकराएगा। 27 मई की सुबह से शाम तक इसका असर पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार समेत पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में भी दिखेगा।