Rangeen review: विनीत कुमार सिंह की वेब सीरीज की शुरुआत दमदार, मगर भटकाव भरा है जिगोलो की कहानी

Rangeen: अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई वेब सीरीज रंगीन अपनी अनोखी और साहसिक कहानी के लिए चर्चा में है। विनीत कुमार सिंह, राजश्री देशपांडे, तारक रैना और शीबा चड्ढा जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों से सजी यह सीरीज एक छोटे शहर के पत्रकार आदर्श जोहरी (विनीत कुमार सिंह) की कहानी बयान करती है, जो अपनी शादी में आए संकट के बाद एक जिगोलो की दुनिया में कदम रखता है। कोपाल नैथानी और प्रांजल दुआ के निर्देशन में बनी इस सीरीज में हास्य, ड्रामा और भावनात्मक गहराई का मिश्रण देखने को मिलता है, लेकिन यह पूरी तरह से अपनी क्षमता को साकार नहीं कर पाती।

Rangeen की कहानी आदर्श जोहरी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक छोटे शहर में साप्ताहिक अखबार चलाता है और उसे दैनिक अखबार में बदलने का सपना देखता है। उसकी जिंदगी तब उथल-पुथल मच जाती है, जब उसे अपनी पत्नी नैना (राजश्री देशपांडे) के एक जिगोलो के साथ अफेयर का पता चलता है। गुस्सा, दुख और बदले की भावना से भरा आदर्श एक अनोखा फैसला लेता है—वह खुद एक जिगोलो बनने की राह चुनता है। सितारा (शीबा चड्ढा) द्वारा संचालित एक गुप्त जिगोलो सर्विस में उसकी मुलाकात सनी (तारक रैना) से होती है, जो उसे इस अनजान दुनिया में रास्ता दिखाता है।

Rangeen: क्या है खास?

सीरीज की शुरुआत तेज और आकर्षक है। पहले दो एपिसोड दर्शकों को बांधे रखते हैं, क्योंकि कहानी बिना किसी देरी के मुख्य संघर्ष को सामने लाती है। विनीत कुमार सिंह का अभिनय इस सीरीज की रीढ़ है। आदर्श के किरदार में वह एक ऐसे व्यक्ति को जीवंत करते हैं, जो अपनी नैतिकता और कमजोरियों के बीच फंसा है। उनकी भावनात्मक गहराई, खासकर होटल के एक दृश्य में, जहां वह नैना के सामने टूटता है, दर्शकों को झकझोर देता है।

राजश्री देशपांडे का किरदार नैना जटिल और बहुआयामी है। वह एक ऐसी महिला है, जो अपनी इच्छाओं और सामाजिक बंधनों के बीच उलझी है। हालांकि, उनके किरदार को स्क्रीन पर उतनी जगह नहीं मिलती, जितनी की उम्मीद थी। तारक रैना का सनी किरदार ताजगी लाता है, और उनके हल्के-फुल्के अंदाज से कहानी में हास्य का पुट आता है। शीबा चड्ढा अपने सीमित स्क्रीन टाइम में भी प्रभाव छोड़ती हैं।