पहला नेशनल अवॉर्ड मिलने से खुश Rani Mukerji, सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचकर किए बप्पा के दर्शन

बॉलीवुड अभिनेत्री Rani Mukerji के लिए साल 2025 बेहद खास रहा। अपने 30 साल के शानदार करियर में पहली बार उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उनकी फिल्म मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे (2023) में उनकी दिल को छू लेने वाली परफॉर्मेंस के लिए मिला है। इस उपलब्धि के बाद रानी ने मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में जाकर भगवान गणेश के दर्शन किए और उनका आशीर्वाद लिया।

नेशनल अवॉर्ड की खुशी में बप्पा के चरणों में Rani Mukerji

शनिवार, 2 अगस्त 2025 को रानी मुखर्जी सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचीं, जहां उन्होंने भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की। इस खास मौके पर रानी पारंपरिक परिधान में नजर आईं। उन्होंने नीले रंग का सूट पहना था, जिसके साथ गुलाबी दुपट्टा और माथे पर तिलक उनकी श्रद्धा को दर्शा रहा था। मंदिर के आधिकारिक सोशल मीडिया पेज पर साझा की गई तस्वीरों में रानी हाथ जोड़े, भक्ति भाव के साथ बप्पा के सामने खड़ी दिख रही हैं।

मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे: एक माँ की प्रेरणादायक कहानी

फिल्म मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे एक सच्ची घटना पर आधारित है, जिसमें रानी ने देबिका चटर्जी का किरदार निभाया। यह कहानी एक भारतीय माँ की है, जो अपने बच्चों को नॉर्वे सरकार से वापस पाने के लिए एक लंबी और भावनात्मक कानूनी लड़ाई लड़ती है। रानी की इस फिल्म में गहरी भावनात्मक अभिनय ने दर्शकों और समीक्षकों का दिल जीत लिया। उनकी यह भूमिका उनके करियर की सबसे प्रभावशाली भूमिकाओं में से एक मानी जा रही है। रानी ने इस किरदार के जरिए मातृत्व की ताकत और एक माँ के अटूट जज्बे को बखूबी दर्शाया।

Rani Mukerji का पहला रिएक्शन: “यह मेरे 30 साल की मेहनत का फल”

नेशनल अवॉर्ड जीतने के बाद रानी ने अपनी खुशी और भावनाओं को साझा करते हुए कहा, “मैं इस सम्मान से अभिभूत हूँ। मेरे 30 साल के करियर में यह मेरा पहला नेशनल अवॉर्ड है। यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं अपनी पूरी टीम, प्रोड्यूसर्स और दर्शकों का तहेदिल से शुक्रिया अदा करती हूँ, जिनके प्यार और समर्थन ने मुझे यहाँ तक पहुंचाया।” रानी ने यह भी कहा कि यह पुरस्कार उनके लिए एक प्रेरणा है कि वे और बेहतर कहानियों और किरदारों के साथ दर्शकों का मनोरंजन करती रहें।