रणजीत हनुमान प्रभातफेरी: 600 जवान तैनात, ADCP की चेतावनी- इयरफोन लगाया तो नौकरी से हाथ धो बैठेंगे

Indore News : रणजीत हनुमान मंदिर से 12 दिसंबर को निकलने वाली पारंपरिक प्रभातफेरी को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने रूट का निरीक्षण किया और जवानों को कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस बार सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बुधवार रात मंदिर परिसर में पुलिस बल और ट्रैफिक टीम की तैनाती के साथ सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया गया। इस दौरान नगर सुरक्षा समिति के सदस्य भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि ड्यूटी के दौरान अनुशासन सबसे अहम होगा।
इयरफोन और मोबाइल पर पूर्ण प्रतिबंध
एडिशनल पुलिस कमिश्नर (ADCP) अमित सिंह ने जवानों को ब्रीफिंग के दौरान सख्त लहजे में चेतावनी दी है। उन्होंने साफ कहा कि ड्यूटी के दौरान मोबाइल और इयरफोन का इस्तेमाल पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।

“ड्यूटी पर जिसे इयरफोन लगाए पाया गया, समझो उसकी नौकरी गई। किसी भी हालत में मोबाइल का उपयोग नहीं होना चाहिए।” — अमित सिंह, एडिशनल पुलिस कमिश्नर

अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि जवान पूरी तरह सतर्क रहें और अपना ध्यान सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर केंद्रित रखें।
भक्तों से अभद्रता नहीं होगी बर्दाश्त
प्रभातफेरी में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। पुलिस अधिकारियों ने जवानों को निर्देशित किया है कि वे आम जनता के साथ संयमित व्यवहार करें। डीसीपी आनंद कलादगी ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करते समय पुलिस का रवैया नरम होना चाहिए।
निर्देशों के मुताबिक, यदि कोई भक्त बहस या अभद्रता भी करता है, तो उसे शांत तरीके से समझाया जाए। किसी भी स्थिति में पुलिसकर्मी को आपा नहीं खोना है और न ही किसी के साथ दुर्व्यवहार करना है।
600 जवानों का कड़ा पहरा
सुरक्षा व्यवस्था का खाका तैयार कर लिया गया है। डीसीपी आनंद कलादगी ने बताया कि प्रभातफेरी का रूट लगभग 4 से 4.5 किलोमीटर लंबा है। इस पूरे रास्ते पर 600 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे।

बुधवार को 100 से ज्यादा जवानों के साथ पुलिस ने ‘एरिया डोमिनेशन’ की कार्रवाई की। इस दौरान संदिग्ध लोगों की चेकिंग की गई और ट्रैफिक टीम की मदद से पूरे रूट को क्लियर करवाया गया। सड़क पर लंबे समय से खड़ी लावारिस गाड़ियों को हटाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
70 सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी
सुरक्षा को हाईटेक बनाने के लिए तकनीक का भरपूर सहारा लिया जा रहा है। पूरे रूट और मंदिर परिसर की निगरानी के लिए 70 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनका कंट्रोल रूम मंदिर में ही बनाया गया है। इसके अलावा:
  • 4 ड्रोन कैमरों से आसमानी नजर रखी जाएगी।
  • 15 वॉच टॉवर और हाईराइज प्लेटफॉर्म बनाए जा रहे हैं।
  • पुलिसकर्मी दूरबीन (बाइनाकुलर) से भी भीड़ पर नजर रखेंगे।
  • भीड़ में संदिग्धों की पहचान के लिए मेटल डिटेक्टर से चेकिंग होगी।
इमरजेंसी सेवाएं और मंच व्यवस्था
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि स्वागत मंच केवल बाईं (Left) तरफ ही लगाए जाएंगे और उनका आकार निर्धारित रहेगा। रूट पर कहीं भी खाना बनाने की अनुमति नहीं होगी, केवल पैकेट वितरित किए जा सकते हैं।
आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए रूट पर 3 एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौजूद रहेंगी। साथ ही एमपीईबी की टीम भी तैनात रहेगी। सुबह 3 बजे से ही पुलिस फोर्स अपनी पोजीशन संभाल लेगी।