स्वतंत्र समय, रतलाम
जिले के ग्राम रियावन प्रजाति की लहसुन को लंबी मशक्कत के बाद रियावन लहसुन ( Riyawan Garlic ) के नाम से जीआई टैग मिल गया है। इस उपज में टैग पाने वाला रतलाम प्रदेश का पहला जिला है। यह लहसुन अपनी विशिष्ट गुणवत्ता और बंपर उत्पादन के कारण प्रसिद्ध है। इसमें पदों की संख्या पांच-छह होती है। स्वाद तीखा और तेज होता है। अन्य लहसुन की अपेक्षा इसमें तेल की मात्रा भी अधिक होती है। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक टीसी वास्कले ने बताया कि उद्यानिकी विभाग मध्य प्रदेश शासन, जिला प्रशासन व पद्मश्री डॉ. रजनीकांत के तकनीकी सहयोग से एफपीओ रियावन फार्म फ्रेश प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा रियावन लहसुन के जीआई पंजीकरण का आवेदन जनवरी 2022 में चेन्नई में किया था। बता दें कि प्रदेश सरकार एक जिला उत्पाद के अंतर्गत रतलाम की लहसुन को प्रमोट कर रही है। 20 साल से पिपलौदा तहसील के ग्राम रियावन में लहसुन की खेती परंपरागत तरीके से हो रही है।
18000 हेक्टेयर में Riyawan Garlic की खेती
यहां से दूसरे गांवों के किसान बीज ले जाकर उसी तरीके से खेती कर अच्छा रियावन लहसुन (Riyawan Garlic )का उत्पादन ले रहे हैं। बीज विकास का मूल गांव रियावन ही माना जाता है। इस समय रियावन व अन्य गांवों में करीब 18000 हेक्टेयर में इस प्रजाति की खेती हो रही है। 700 से अधिक किसान उत्पादन ले रहे हैं। किसानों ने रियावन फार्म फ्रेश प्रोड्यूसर कंपनी बनाई है। इसके माध्यम से बीज, दवाई, मार्गदर्शन, विपणन आदि की गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं।