Regional Park को फिर सजाने-संवारने की तैयारी

स्वतंत्र समय, इंदौर

शहर के सबसे बड़े अटल बिहारी वाजपेई रीजनल पार्क ( Regional Park ) का री- डेवलपमेंट, सौन्दर्यीकरण तथा तमाम सुविधाओं के लिए बड़ी प्लानिंग तैयार कर रखी है। करोड़ों की लागत से होने वाले विकास कार्यों को लेकर नगर निगम कई बार टैंडर भी जारी कर चुका है, लेकिन साल भर गुजर जाने के बाद भी ने तो किसी कम्पनी को टैंडर दिए है और न ही इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाया है।

Regional Park के लिए कई बार हो चुके टेंडर

रीजनल पार्क ( Regional Park ) के पुन: विकास के लिए मेयर इन काउंसिल की बैठक में भी मंजूरी हो चुकी है,लेकिन यह प्रोजेक्ट कागजों से बाहर नहीं निकला है। इस प्रोजेक्ट पर कब से काम शुरु होगा इसके बारे में कोई भी अधिकारी बोलने से कतरा रहा है। जानकारी के मुताबिक शहर के सबसे बड़े पिकनिक स्थल रीजनल पार्क को नए सिरे से विकसित करने तथा इसके सौन्दर्यीकरण को लेकर तैयार की गई फाइल निगम के पास अटकी हुई है। साल भर इस प्रोजेक्ट पर काम शुरु हो जाना था, अभी तक काम शुरु नहीं हुआ है। इंदौर नगर निगम की प्लानिंग के मुताबिक रीजनल पार्क को पीपीपी मॉडल पर नए सिरे से सजाने – संवारने के साथ लोगों के मनोरंजन के लिए यहां शहर का पहला एम्यूजमेंट पार्क भी बनाया जा रहा है। इसको लेकर पिछले साल से तैयारियां हो रही, कई बार टैंडर भी जारी किए जा चुके हंै, लेकिन इसके बावजूद अभी तक यहां कोई काम शुरू नहीं हो पाया।

बच्चों के लिए नए आधुनिक झूले रहेंगे…

वहीं निगम की प्लानिंग थी कि रीजनल पार्क में टिकिट लेकर आने वाले दर्शकों को पार्क में पूरी सुविधाओं के साथ भरपूर मनोरंजन भी मिल सकें। इसके लिए निगम द्वारा जो प्रस्ताव तैयार किया गया था उसके तहत नए एम्यूजमेंट पार्क में वाटर स्लाईड, बच्चों के लिए नए आधुनिक झूले, फिसलपट्टी, फूड जोन, किड्स प्ले जोन सहित अन्य तमाम सुविधाएं देने की प्लानिंग थी।

अब नए साल में काम शुरू होने का लक्ष्य रखा है

प्रोजेक्ट को लेकर निगम द्वारा देरी होने के पीछे कारण बताया जा रहा कि निगम को पीपीपी मॉडल पर यहां पार्क को संवारने के लिए जैसी निजी एजेंसी की तलाश है वो फिलहाल मिल नहीं रही है, वहीं अब कहा जा रहा है जैसे ही यहां काम करने वाली ठेकेदार कंपनी की तलाश पूरी होगी नए साल से पहले जल्द यहां काम शुरू हो जाएगा। निगम की प्लानिंग थी कि लंबे-चौड़े रीजनल पार्क में आने वाले सैकड़ों परिवार और बच्चों के मनोरंजन के लिए यहां एक से बढक़र एक आधुनिक सुविधाओं से लैस एम्यूजमेंट पार्क की सौगात मिल सकें। साथ ही संबधित निजी एजेंसी द्वारा आने वाले 5 से 10 साल तक पार्क में सभी तरह की सुविधाएं जुटाकर इसका पूरा संचालन भी व्यवस्थित कर सकें। लेकिन हालत यह है कि इतने समय बाद भी निगम की तलाश पूरी नहीं हुई। जिसके कारण पार्क की हालत धीरे-धीरे खराब होती जा रही है।