इंदौर रेलवे स्टेशन का कायाकल्प अब सिर्फ एक सपना नहीं रहा, हकीकत बनने की ओर पहला कदम बढ़ा चुका है। इस ऐतिहासिक पूर्नविकास के लिए मशीनों की पूजा से लेकर निर्माण स्थल का भूमि पूजन सांसद शंकर लालवानी ने किया। इस मौके पर स्टेशन पर उत्सव जैसा माहौल नजर आया।
सांसद ने ली विस्तृत जानकारी
सांसद शंकर लालवानी ने स्वयं पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही निर्माण कार्य के पहले चरण का उद्घाटन करते हुए कार्यस्थल पर मौजूद अधिकारियों और एजेंसियों से निर्माण कार्य और प्रगति की विस्तृत जानकारी ली। इस शुभ अवसर पर सांसद प्रतिनिधि विशाल गिदवानी, रेलवे अधिकारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक भी मौजूद रहे।
रेलवे स्टेशन नहीं इंदौर के भविष्य की है नींव
भूमिपूजन के बाद सांसद लालवानी ने कहा कि “यह सिर्फ ईंट-पत्थर की इमारत नहीं, बल्कि इंदौर की भावी पीढ़ियों के लिए एक आधुनिक विरासत है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के नेतृत्व में इंदौर को यह सौगात मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण के दौरान यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा से कोई समझौता नहीं किया जाएंगा।
पार्सल ऑफिस से शुरू हुआ कार्य
इस बहुप्रतीक्षित परियोजना का पहला चरण पार्सल ऑफिस क्षेत्र में प्रारंभ हुआ है, जहां डेढ़ महीने के भीतर निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। पूरे स्टेशन का कायाकल्प करीब तीन वर्षों में पूरा होगा, जिसमें विश्वस्तरीय सुविधाओं, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और यात्रियों की सहूलियत को प्राथमिकता दी जाएगी।
स्टेशन पर फिलहाल कोई निर्माण बाधा नहीं
रेलवे प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि रेल सेवाएं, टिकटिंग, और प्लेटफॉर्म संचालन बिना किसी अवरोध के यथावत चलते रहेंगे। यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और सेवा में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। इंदौर रेलवे स्टेशन का यह परिवर्तन न सिर्फ शहर की पहचान को नया आयाम देगा, बल्कि यात्रियों के अनुभव को भी वैश्विक स्तर का बनाएगा।