सिद्धारमैया सरकार : कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु सिटी यूनिवर्सिटी का नाम बदलकर अब डॉ. मनमोहन सिंह सिटी यूनिवर्सिटी करने की मंजूरी दे दी है। यह देश का पहला विश्वविद्यालय होगा, जिसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम पर रखा गया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 7 मार्च 2025 को बजट भाषण में इसका ऐलान किया था। इसके साथ ही सरकार ने दो और जगहों के नाम भी बदल दिए हैं। बेंगलुरु रूरल जिले का नाम अब नार्थ बेंगलुरु जिला रखा गया है, और बागे पल्ली टाउन को अब भाग्यनगर कहा जाएगा। ये बदलाव राज्य कैबिनेट ने बुधवार को मंजूर किए।
बेंगलुरु सिटी यूनिवर्सिटी को क्यों माना जाता है खास?
बेंगलुरु सिटी यूनिवर्सिटी एक सरकारी संस्थान है, जिसे पहले बेंगलुरु सेंट्रल यूनिवर्सिटी कहा जाता था। यह यूनिवर्सिटी साल 2017 में बनाई गई थी और 2020 में इसका नाम बदला गया था। अब कांग्रेस सरकार ने फिर से इसका नाम बदल दिया है। इस बदलाव के साथ, गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज और गवर्नमेंट आरसी कॉलेज को इस यूनिवर्सिटी से जोड़ा जाएगा। ये कॉलेज अब यूनिवर्सिटी के भाग के रूप में काम करेंगे। यह कदम शिक्षा को और बेहतर बनाने और यूनिवर्सिटी की पहुंच को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
डीके शिवकुमार ने किया था नाम बदलने का ऐलान
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने पहले ही यह घोषणा की थी कि बैंगलोर विश्वविद्यालय में डॉ. मनमोहन सिंह के काम को समर्पित एक शोध और अध्ययन केंद्र बनाया जाएगा। बेलगावी में बोलते हुए उन्होंने कहा था कि भले ही मनमोहन सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उन्होंने जो देश के लिए योगदान दिया है, वह हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह की विरासत अमूल्य है और उसे बदला नहीं जा सकता। यह केंद्र छात्रों को उनके द्वारा किए गए आर्थिक सुधारों और देश के विकास में दिए योगदान को समझने का अवसर देगा।