स्वतंत्र समय, इंदौर
बढ़ती उम्र और व्यस्त जीवनशैली के चलते घुटनों से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं। इसी से जूझ रही एक महिला की पार्शियल/यूनीकॉन्डीलरी नी रिप्लेसमेंट सर्जरी (Replacement Surgery ) की गई। उज्जैन के जैन मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में इंदौर के प्रसिद्ध जोड़ प्रत्यारोपण सर्जन डॉ. हेमंत मंडोवरा एवं उनकी टीम के द्वारा आयोजित इस लाइव सर्जरी के उज्जैन और आसपास के 20 से अधिक प्रशिक्षु ऑर्थोपेडिक सर्जन, अन्य विशेषज्ञ डॉक्टर और मरीजों के परिजन भी मौजूद रहे।
Replacement Surgery चिकित्सा विज्ञान का बेहतरीन विकल्प
डॉ. हेमंत ने बताया हर मरीज को टोटल नी रिप्लेसमेंट की आवश्यकता नहीं होती। माइक्रो सर्जरी के जरिए केवल प्रभावित भाग को बदलने वाली पार्शियल नी रिप्लेसमेंट ( Replacement Surgery ) तकनीक आज चिकित्सा विज्ञान का एक बेहतरीन विकल्प है। इस तकनीक में छोटे चीरे के कारण मरीज की रिकवरी तेज़ होती है और दर्द भी कम होता है। एक स्टडी के अनुसार, घुटने के दर्द से पीडि़त केवल 30-40 प्रतिशत मरीजों को ही पूरे घुटने को बदलने की जरूरत पड़ती है। अन्य मामलों में केवल खराब हिस्से को आर्टिफिशियल कार्टिलेज से बदलकर मरीज को राहत दी जा सकती है। इस लाइव सर्जरी में एक ऐसी महिला मरीज का इलाज किया गया, जो पिछले 7-8 वर्षों से घुटने के दर्द से परेशान थीं और विभिन्न उपचारों के बावजूद आराम नहीं मिला था। पार्शियल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। सर्जरी के दौरान मरीज के रिश्तेदार भी लाइव प्रक्रिया को देखने के लिए उपस्थित थे। इस तरह की पहल से मरीजों के मन में सर्जरी के प्रति विश्वास बढ़ेगा और नए सर्जन इस उन्नत तकनीक को सीखकर मरीजों को बेहतर उपचार प्रदान कर पाएंगे। डॉक्टर विवेक जैन के अनुसार यह लाइव सर्जरी उज्जैन के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हुई है, जो मेडिकल क्षेत्र में उन्नति और नई खोज की ओर एक बड़ा कदम है। उज्जैन और आसपास के क्षेत्र में इस तरह के कार्यक्रम भविष्य में चिकित्सा क्षेत्र में और भी नए आयाम स्थापित करेंगे।