छत्तीसगढ़ के बीजापुर के जंगलों में गुरुवार सुबह से सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। दिनभर रुक-रुक कर हुई इस मुठभेड़ में अब तक 12 नक्सलियों को मार गिराया गया है। यह जानकारी स्थानीय पुलिस ने दी। तेलंगाना बॉर्डर से सटे तीन जिलों में सुरक्षाबलों ने बड़ा ऑपरेशन चलाया है।
गुप्त सूचना पर शुरू हुआ ऑपरेशन
सुरक्षा एजेंसियों को गुप्त सूचना मिली थी कि मारूढबाका और पुजारी कांकेर इलाके में नक्सली छिपे हुए हैं। इसके बाद जवानों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। नक्सलियों ने भागने की कोशिश में सुरक्षाबलों पर गोलियां चलाईं, जिसके जवाब में जवानों ने सटीक कार्रवाई की।
हाईटेक हथियार बरामद
मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ की जगह से एसएलआर और कई हाईटेक हथियार बरामद किए। यह ऑपरेशन अभी भी जारी है, जिसमें डीआरजी बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा की टुकड़ियों के साथ कोबरा और केरिपु बटालियन के जवान शामिल हैं।
6 जनवरी को खोए थे 8 वीर जवान
इस मुठभेड़ ने 6 जनवरी को शहीद हुए 8 जवानों के बलिदान की याद दिला दी, जब नक्सलियों ने बीजापुर के कुटरू इलाके में सुरक्षाबलों की गाड़ी को आईईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया था। इस हमले में 1 ड्राइवर समेत 8 जवान शहीद हो गए थे। जवान अबूझमाड़ क्षेत्र में एंटी-नक्सल ऑपरेशन को अंजाम देकर लौट रहे थे, जब उनकी गाड़ी को निशाना बनाया गया।
बदले की कार्रवाई से बढ़ा मनोबल
10 दिनों के भीतर सुरक्षाबलों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 नक्सलियों को मार गिराया है। यह ऑपरेशन न केवल शहीद जवानों के सम्मान का प्रतीक है, बल्कि नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की सख्त नीति को भी दर्शाता है।