इंदौर: इंदौर नगर के रेसीडेंसी एरिया के राजस्व सर्वेक्षण का कार्य लगभग 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। दस्तावेजों की जांच की प्रक्रिया चल रही है। अब प्राप्त दस्तावेजों के संबंध में दावे आपत्ति बुलाये जाने की प्रक्रिया होगी। सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण होने पर भूमिस्वामियों को अनेक राजस्व सुविधाओं का लाभ मिलेगा। इंदौर नगर अंतर्गत स्थित अनसर्वेड रेसीडेन्सी एरिया जो कि वर्तमान में तहसील जूनी इन्दौर के रेसीडेन्सी एरिया, पटवारी हल्का नं. ३ कस्बा इन्दौर के अंतर्गत आता है। जिसका भौगोलिक रकबा लगभग 1030 एकड हैं, जो कि वर्तमान में अनसर्वेड एरिया है। जिसका भू-सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। इस एरिये के ड्रोन फ्लाई एवं ग्राउण्ड ट्रूथिंग कर प्रारूप नक्शों का निर्माण राजस्व विभाग द्वारा किया जा चुका है।
इस कार्य की प्रगति की समीक्षा के लिए आज यहां कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती सपना लोवंशी और सर्वेक्षण के लिए गठित दलों के सदस्य मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बताया कि यह इंदौर शहर के लिए एक बड़ा और महत्वपूर्ण कार्य है। इस क्षेत्र का पहली बार राजस्व सर्वेक्षण हो रहा है। यह कार्य वर्षों से लंबित था। राजस्व अधिकारियों की मेहनत और लगन से यह कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो गया है। जल्द ही यह कार्य पूर्ण हो जायेगा। बैठक में बताया गया कि प्रारूप नक्शे को अंतिम रूप दे दिया गया है। प्रथम प्रकाशन के पश्चात दावे आपत्ति मंगाकर उनका निराकरण किया जायेगा।
बैठक में बताया गया कि राजस्व सर्वेक्षण कार्य पूर्ण होने पर रेसीडेन्सी एरिया के भूमिधारकों को इसका सीधे-सीधे लाभ प्राप्त होगा। भूमि के नामांतरण, सीमांकन संबंधी समस्याओं का निराकरण, क्रय-विक्रय में सुगमता, विवाद रहित स्वामित्व स्थापित करना, भू-अर्जन में आसानी, राजस्व सम्बन्धी प्रकरणो के निराकरण में आसानी, पेपरलेस लैंड रिकॉर्ड हेतु सुविधाजनक है, साथ ही सार्वजनिक उपयोग के रास्तों का संरक्षण एवं निर्धारण में आसानी एवं निस्तार की भूमि/शासकीय भूमि को आसानी से संरक्षण किया जा सकेगा।