गौतम अडानी ने जगन्नाथ पुरी में संभाला ‘सेवा’ का मोर्चा, करोड़ों का दान, जानकर आपकी आंखें फटी रह जाएंगी!

Gautam Adani: ओडिशा के पुरी में निकली जगन्नाथ रथयात्रा में इस बार देश के प्रमुख उद्योगपति गौतम अडानी पूरे परिवार के साथ शामिल हुए। उनके साथ उनकी पत्नी प्रीति अडानी और बेटे करण अडानी भी मौजूद थे। अडानी परिवार ने न सिर्फ भगवान के दर्शन किए, बल्कि भक्तों के बीच बैठकर प्रसाद बनाने की सेवा में भी भाग लिया। गौतम अडानी ने इस मौके पर सोशल मीडिया पर लिखा, “यह रथयात्रा आस्था, सेवा और एकता का विराट स्वरूप है।”

श्रद्धालुओं के लिए भोजन और पानी की सेवा

पुरी में 26 जून से 8 जुलाई तक चलने वाली इस रथयात्रा में अडानी ग्रुप श्रद्धालुओं की सेवा में जुटा है। अडानी फाउंडेशन की ओर से चार करोड़ भोजन और पेय पदार्थों के वितरण का संकल्प लिया गया है। रथ मार्ग के किनारे जगह-जगह भोजन केंद्र बनाए गए हैं, जहां श्रद्धालुओं, वॉलंटियर्स और सुरक्षाकर्मियों को मुफ्त भोजन और ठंडा पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।

गर्मी और भीड़ को देखते हुए खास इंतज़ाम

अडानी ग्रुप ने सेवा को सिर्फ भोजन तक सीमित नहीं रखा। गर्मी को ध्यान में रखते हुए जगह-जगह ठंडे पेय पदार्थों के स्टॉल, रेनकोट, कैप, छतरियां और फ्लोरेसेंट जैकेट्स बांटी गई हैं। सुरक्षा के लिहाज़ से पुरी बीच लाइफगार्ड महासंघ को भी तकनीकी और लॉजिस्टिक मदद दी जा रही है, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

स्थानीय संस्थाओं और ISKCON के साथ मिलकर कार्य

यह सेवा अभियान पुरी जिला प्रशासन, ISKCON और स्थानीय सिविल सोसाइटी के साथ मिलकर चलाया जा रहा है। इसके ज़रिए कॉर्पोरेट और सामाजिक क्षेत्र का एक सुंदर समन्वय देखने को मिल रहा है। इससे पहले महाकुंभ प्रयागराज में भी अडानी ग्रुप ने इसी तरह के सेवा कार्य किए थे, जिससे लाखों लोगों को लाभ हुआ था।

‘सेवा से साधना’ की नई परंपरा

गौतम अडानी ने कहा, “महाकुंभ में सेवा से साधना की शुरुआत की थी, अब पुरी में उसे आगे बढ़ा रहे हैं।” अडानी परिवार की उपस्थिति ने यह दिखाया कि अब उद्योगपति भी धार्मिक आयोजनों में सिर्फ सहभागिता नहीं, बल्कि सेवा की भावना से जुड़ रहे हैं। यह पहल देश में आस्था और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के मेल का प्रतीक बनती जा रही है।