Ricky Ponting: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग का मानना है कि भारत के पास विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गजों के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद भी इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से लीड्स में शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने की क्षमता है। शुभमन गिल की कप्तानी में नई भारतीय टेस्ट टीम को बिना इन अनुभवी खिलाड़ियों के इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में खुद को साबित करना होगा।
पोंटिंग ने ‘ICC रिव्यू’ में कहा, “रोहित और कोहली जैसे खिलाड़ियों को, जिन्होंने इतने लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट खेला और इतना अनुभव हासिल किया, उनकी जगह लेना हमेशा मुश्किल होता है। लेकिन अगर कोई देश इस बदलाव को तेजी से और प्रभावी ढंग से कर सकता है, तो वह भारत है। भारत के पास युवा प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है।”
Ricky Ponting ने आगे कहा, “मैंने पिछले 10 सालों में IPL में यह करीब से देखा है। यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आए और तुरंत शानदार प्रदर्शन किया। भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है, और मुझे लगता है कि वे रोहित और कोहली की स्किल्स को आसानी से भर सकते हैं।”
अनुभव की कमी होगी चुनौती
Ricky Ponting ने माना कि भारत को रोहित और कोहली के अनुभव की कमी जरूर खलेगी। उन्होंने कहा, “स्किल्स को तो भारत आसानी से रिप्लेस कर सकता है, लेकिन अनुभव वह चीज है जो इस समय मिस होगी। फिर भी, शुभमन गिल जैसे युवा कप्तान के साथ केएल राहुल और जसप्रीत बुमराह जैसे अनुभवी खिलाड़ी इस कमी को कुछ हद तक पूरा करेंगे।”
उन्होंने यह भी जोड़ा, “पुनर्निर्माण के दौर में भारत अन्य देशों की तुलना में बेहतर तरीके से सामना कर सकता है। नई प्रतिभाओं जैसे ध्रुव जुरेल, करुण नायर, अभिमन्यु ईश्वरन और साई सुदर्शन के साथ यह टीम मजबूत दिख रही है।”
रोहित और कोहली की टेस्ट विरासत
रोहित शर्मा ने पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया। 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करने वाले रोहित ने 67 टेस्ट में 40.57 की औसत से 4,301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 212 रहा। ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के दौर में रोहित ने 40 टेस्ट में 41.15 की औसत से 2,716 रन बनाए, जिसमें नौ शतक और आठ अर्धशतक शामिल हैं, जिसने उन्हें WTC इतिहास में भारत का सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज बनाया।
विराट कोहली ने भी हाल ही में इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा। 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू करने वाले कोहली ने 123 टेस्ट में 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। वह भारत के चौथे सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान के रूप में, कोहली ने 68 मैचों में 40 जीत हासिल कीं और तेज गेंदबाजी को बढ़ावा देने के साथ-साथ फिटनेस और आक्रामक क्रिकेट की संस्कृति को मजबूत किया।