Rishabh Pant: भारत के सहायक कोच रयान टेन डोशेट ने मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले चौथे टेस्ट से पहले ऋषभ पंत की फिटनेस पर अपडेट देते हुए बताया कि उनकी विकेटकीपिंग में वापसी की पुष्टि अभी बाकी है। पंत लॉर्ड्स में तीसरे टेस्ट के दौरान उंगली में लगी चोट से उबर रहे हैं, और उनकी विकेटकीपर के रूप में भागीदारी अनिश्चित बनी हुई है।
पंत को लॉर्ड्स टेस्ट के पहले दिन चोट लगी थी, जिसके बाद वह बाकी मैच में विकेटकीपिंग नहीं कर पाए। ध्रुव जुरेल ने इंग्लैंड की पारी के दौरान विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली, जबकि पंत ने दर्द के बावजूद बल्लेबाजी की और भारत की दोनों पारियों में 74 और 9 रन बनाए।
Rishabh Pant की फिटनेस को लेकर सतकर्ता
महत्वपूर्ण चौथे टेस्ट से पहले, टेन डोशेट ने मीडिया से बातचीत में खुलासा किया कि पंत टेस्ट से पहले मैनचेस्टर में बल्लेबाजी करेंगे, लेकिन उनकी उंगली की चोट को लेकर टीम प्रबंधन सतर्कता बरत रहा है।
उन्होंने कहा, “वह मैनचेस्टर में टेस्ट से पहले बल्लेबाजी करेंगे। मुझे नहीं लगता कि पंत को किसी भी हाल में टेस्ट से बाहर रखा जा सकता है। उन्होंने तीसरे टेस्ट में काफी दर्द के साथ बल्लेबाजी की थी, और उनकी उंगली के लिए अब यह आसान होता जाएगा।”
टेन डोशेट ने इस बात पर जोर दिया कि विकेटकीपिंग पंत की रिकवरी का आखिरी चरण है, और टीम लॉर्ड्स जैसी स्थिति को दोहराने से बचना चाहती है, जहां पारी के बीच में विकेटकीपर बदलना पड़ा था।
Rishabh Pant की रिकवरी अंतिम चरण में
उन्होंने कहा, “विकेटकीपिंग रिकवरी का अंतिम हिस्सा है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वह विकेटकीपिंग कर सकें—हम फिर से ऐसी स्थिति नहीं चाहते जहां पारी के बीच में विकेटकीपर को बदलना पड़े।”टीम पंत को पूरी तरह फिट होने के लिए अधिक से अधिक समय दे रही है। गुरुवार को उन्होंने चोटिल उंगली को आराम देने और मैनचेस्टर टेस्ट से पहले रिकवरी की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण में हिस्सा नहीं लिया।
टेन डोशेट ने आगे कहा, “उन्होंने आज आराम किया, ताकि उंगली को जितना संभव हो उतना समय मिले। हमें उम्मीद है कि वह मैनचेस्टर में पहली सत्र में तैयार होंगे। वह हमारे प्लान में हैं, लेकिन अगर वह पूरी तरह फिट होते हैं, तो अगले टेस्ट में वह बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग दोनों करेंगे।”पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत 1-2 से पीछे है, और ऐसे में पंत की पूरी फिटनेस और उनकी बल्ले व दस्तानों से मैच बदलने की क्षमता भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगी।