रोहिणी आचार्य के नाम से फर्जी ट्वीट वायरल, सारण में हार के बाद राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का किया गया दावा

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में बिहार की सारण सीट पर मिली हार के बाद, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता रोहिणी आचार्य को लेकर एक सोशल मीडिया पोस्ट ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। X (पूर्व में ट्विटर) पर उनके नाम से बने एक फर्जी अकाउंट से यह दावा किया गया कि उन्होंने राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से सभी रिश्ते तोड़ने का फैसला किया है। हालांकि, यह दावा पूरी तरह से झूठा और एक पैरोडी अकाउंट से फैलाई गई अफवाह निकली।

इस फर्जी पोस्ट के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। कई यूजर्स इसे सच मानकर प्रतिक्रिया देने लगे। लेकिन जल्द ही यह स्पष्ट हो गया कि जिस अकाउंट से यह ट्वीट किया गया था, वह रोहिणी आचार्य का आधिकारिक हैंडल नहीं है।

फर्जी ट्वीट में क्या था दावा?

रोहिणी आचार्य के नाम वाले एक फर्जी हैंडल ‘@RohiniAcharya_’ से किए गए ट्वीट में लिखा गया था, “मुझे राजनीति से नफरत हो गयी है। मैं आज से राजनीति छोड़ रही हूं और अपने परिवार से सारे रिश्ते तोड़ रही हूं। जय हिंद।” इस पोस्ट ने कुछ ही समय में कई लोगों को गुमराह कर दिया, जिसके बाद मामले की सच्चाई सामने आई।

असली और नकली अकाउंट की पहचान

जांच में पता चला कि जिस अकाउंट से यह भ्रामक पोस्ट किया गया, वह फर्जी है। रोहिणी आचार्य का आधिकारिक X हैंडल @RohiniAcharya2 है, जबकि वायरल पोस्ट @RohiniAcharya_ हैंडल से किया गया था। दोनों के यूजरनेम में सिर्फ एक अंडरस्कोर (_) का मामूली अंतर है, जिसका फायदा उठाकर गलत सूचना फैलाई गई। यह घटना सोशल मीडिया पर राजनीतिक हस्तियों के नाम पर फर्जी अकाउंट बनाकर दुष्प्रचार फैलाने के खतरे को भी उजागर करती है।

हार के बाद यह था रोहिणी का असली बयान

फर्जी दावों के विपरीत, चुनावी हार के बाद रोहिणी आचार्य ने अपने असली अकाउंट से सारण की जनता का आभार व्यक्त किया था। उन्होंने एक भावनात्मक पोस्ट में लिखा था कि वह सारण की सेवा करना जारी रखेंगी, चाहे नतीजा कुछ भी हो। उन्होंने अपने पिता लालू प्रसाद यादव और भाई तेजस्वी यादव को अपनी प्रेरणा बताते हुए संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया था।

उन्होंने अपने आधिकारिक हैंडल पर लिखा था, “सारण की महान जनता, आपके आशीर्वाद, आपके प्यार और आपके समर्थन की मैं ताउम्र ऋणी रहूंगी। आपने मुझे बेटी की तरह प्यार दिया, यही मेरी ताकत है, यही मेरी पूंजी है।”

सारण का कड़ा चुनावी मुकाबला

बता दें कि रोहिणी आचार्य ने सारण लोकसभा सीट से अपना पहला चुनाव लड़ा था। इस हाई-प्रोफाइल सीट पर उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और मौजूदा सांसद राजीव प्रताप रूडी से था। एक कड़े मुकाबले में रोहिणी को 13,661 वोटों के मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में राजीव प्रताप रूडी को 4,71,752 वोट मिले, जबकि रोहिणी आचार्य को 4,58,091 वोट प्राप्त हुए।