देश में पिछले दो वर्षों से रोजगार मेले के माध्यम से लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की जा रही हैं। इसी क्रम में, साल 2024 के अंतिम रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 71,000 नव-नियुक्त युवाओं को ज्वाइनिंग लेटर सौंपेंगे। इस अवसर पर पीएम मोदी इन युवाओं को संबोधित भी करेंगे।
युवाओं के सपनों को साकार करने की पहल
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, रोजगार मेला प्रधानमंत्री की रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह पहल युवाओं को राष्ट्र निर्माण और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करती है।
ज्वाइनिंग लेटर का वितरण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार सुबह 10:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चयनित युवाओं को ज्वाइनिंग लेटर सौंपेंगे। इन उम्मीदवारों का चयन केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में किया गया है, जिनमें गृह मंत्रालय, भारतीय डाक विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, उच्च शिक्षा विभाग और वित्तीय सेवा विभाग शामिल हैं।
रोजगार मेले की शुरुआत और उपलब्धियां
रोजगार मेला पहली बार 22 अक्टूबर 2022 को शुरू किया गया था। तब से अब तक इस पहल के माध्यम से लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियों में नियुक्ति दी जा चुकी है। हाल ही में संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार ने बताया कि रोजगार मेले ने देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
देशभर में 45 जगहों पर आयोजन
इस रोजगार मेले का आयोजन देशभर में 45 स्थानों पर किया जाएगा। हर जगह चयनित युवाओं को उनकी नियुक्ति का पत्र सौंपा जाएगा और उन्हें केंद्र सरकार के विभागों में काम करने का अवसर मिलेगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि यह रोजगार मेला न केवल युवाओं को सरकारी क्षेत्र में रोजगार देने का एक बड़ा कदम है, बल्कि यह उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के प्रधानमंत्री के विज़न का हिस्सा भी है। इस पहल से युवाओं को न केवल नौकरी मिलेगी, बल्कि वे राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित भी होंगे।
रोजगार मेले की प्रक्रिया और तैयारी
पिछले दो वर्षों से रोजगार मेले के आयोजन की प्रक्रिया को व्यवस्थित किया गया है। युवाओं को समय पर मेले की जानकारी और तैयारी के निर्देश दिए जाते हैं। इससे यह सुनिश्चित होता है कि अधिक से अधिक उम्मीदवार इस पहल का लाभ उठा सकें।